
अमृतसर, 22 अप्रैल(राजन):पर्यावरण स्वच्छता, नदी-नालों की सफाई सिर्फ एक विभाग का काम नहीं है, बल्कि संबंधित विभागों के साथ-साथ देश के हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह वायु और जल के संरक्षण में अपना योगदान दें। ये शब्द राज्यसभा सदस्य एवं पर्यावरण प्रेमी संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने स्थानीय डीसी कांप्लेक्स में तुंग ढाब नाले के मुद्दे पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि जल, वायु और मिट्टी के बिना पृथ्वी पर जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती, लेकिन यह हमारे लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमने इन गंभीर मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया। अतीत में जो भी जीव-जंतु नदियों में बहाए गए, हवा में जहर घोला गया, मिट्टी को प्रदूषित किया गया, लेकिन किसी सरकार, किसी अधिकारी या आम लोगों ने इसके खिलाफ आवाज नहीं उठाई।

डेयरियों ने इस नाले को सबसे ज्यादा किया प्रदूषित
सींचेवाल ने कहा कि आज मैं कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन आदर्श पाल विग के निमंत्रण पर तुंग ढाब नाले की सफाई के मुद्दे पर आया हूं। मैंने पहले विभाग के अधिकारियों के साथ बैठकर तुंग धाब नाले की वर्तमान स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी ली है।

अब मैंने आप सभी लोगों के साथ बैठक की है जो इस नाले के रख-रखाव के लिए काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि डेयरियों ने इस नाले को सबसे ज्यादा प्रदूषित किया है। 74 प्रतिशत योगदान डेयरियों का है और शेष 26 प्रतिशत पानी स्थानीय कॉलोनियों और उद्योगों से आता है। उन्होंने कहा कि यह बात बिल्कुल स्पष्ट है कि जो भी व्यक्ति पशु पालता है, उनका दूध पीता है और बेचता है, वह उनके गोबर के लिए भी जिम्मेदार है। उसका काम इसे सही जगह पर रखना है।
सख्ती से गोबर नाली में डालने से रोकना होगा

संत सीचेवाल ने कहा कि सबसे पहले डेयरी मालिकों को समझाना जरूरी है और फिर उन्हें सख्ती से गोबर नाली में डालने से रोकना होगा। इसी प्रकार, जो निगम कॉलोनियां बिना उपचारित पानी को नाले में डाल रही हैं, उन्हें अपना सीवरेज उपचार संयंत्र स्थापित करना चाहिए और फिर पानी को नाले में डालना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज हमने यह अवसर देखा है और आगे की रणनीति तय करके फिर काम करेंगे।
हवा और पानी की शुद्धता के लिए हम हर तरह से सहयोग करेंगे

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने संत सीचेवाल का इस बहुमूल्य कार्य के लिए अमृतसर आने पर धन्यवाद किया और कहा कि चाहे काली बेईं हो या बुड्ढा दरिया, आपने खुद करके दिखाया है, इसलिए कृपया इस नाले की सफाई में हमारा नेतृत्व करें ताकि हम पवित्र शहर अमृतसर के आसपास के वातावरण को शुद्ध कर सकें। उन्होंने कहा कि हवा और पानी की शुद्धता के लिए हम हर तरह से सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बहाल करने के लिए जो भी कदम उठाने की जरूरत होगी, हम उठाने के लिए तैयार हैं। इस अवसर पर चेयरमैन आदर्शपाल विग ने दोनों हस्तियों का इस कार्य के लिए यहां आने पर आभार व्यक्त किया तथा नाले की वर्तमान स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
यह अधिकारी रहे मौजूद
इस बैठक में नगर निगम के मेयर जतिंदर सिंह मोती भाटिया, नगर निगम के कमिश्नर गुलप्रीत सिंह औलख, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर शज्योति बाला, प्रदूषण बोर्ड के एसई हरपाल सिंह, नगर निगम एस ई संदीप सिंह,पूर्व इंजीनियर सुखदेव सिंह, एसडीओ विनोद कुमार व जसमीत सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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