
अमृतसर,25 अप्रैल:जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद आज भी पाकिस्तानी नागरिक अमृतसर के अटारी बॉर्डर से वापस लौट रहे हैं। वीजा खत्म होने से पहले पाकिस्तान लौट रहीं कई महिलाओं को बॉर्डर पर रोक दिया गया, लेकिन उनके बच्चों को जाने दिया गया। अधिकारियों ने उनसे कहा कि आपके पास पाकिस्तान की नागरिकता नहीं है। महिलाओं ने कहा कि वह भारत में पली बढ़ी हैं, लेकिन उनकी शादी पाकिस्तान में हुई है। वह अपने मायके आई हुई थीं। अधिकारियों ने दलीलें सुनने के बाद भी उन्हें आगे जाने की परमिशन नहीं दी। अधिकारियों ने महिलाओं से कहा कि उन्हें आदेश मिले हैं कि भारतीय पासपोर्ट वालों को पाकिस्तान न जाने दिया जाए।
महिलाओं ने कहा- शौहर वाघा बॉर्डर पर खड़े हैं

इन महिलाओं ने कहा, उनकी शादी कुछ साल पहले पाकिस्तान में हुई थी। वह भारत में अपने माता-पिता से मिलने आई थी, लेकिन अब वापस पाकिस्तान लौटना चाह रहे हैं, तो वाघा बॉर्डर पर उन्हें रोका जा रहा है। बच्चों को पाकिस्तान जाने दिया गया, लेकिन उनको वापसी की इजाजत नहीं दी जा रही। उनके शौहर वाघा बॉर्डर के उस पार मेरा इंतजार कर रहे हैं। उनकी बस इतनी अपील है कि उनको अपने बच्चों के पास जाने दिया जाए।
24 अप्रैल को 105 भारतीय लोग पाकिस्तान से लौटे
एक दिन पहले 24 अप्रैल को 105 भारतीय पाकिस्तान से लौटे थे। वहीं 28 पाकिस्तानी नागरिक वापस अपने देश गए। गुरुवार को हुई रिट्रीट सेरेमनी के दौरान दोनों देशों के गेट नहीं खुले। बंद गेटों के बीच दोनों देशों के झंडे उतारे गए। इसके साथ बीएसफ के जवानों ने पाक रेंजर्स से हाथ भी नहीं मिलाया। वहीं सेरेमनी में लोगों की संख्या भी कम रही। रोजाना करीब 20 हजार लोग पहुंचते थे, लेकिन गुरुवार को सिर्फ 10 हजार लोग ही सेरेमनी में पहुंचे।
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