
अमृतसर,5 सितंबर(राजन) :पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान में अमृतसर के छेहरटा निवासी एक आरटीआई कार्यकर्ता सुरेश कुमार शर्मा को गिरफ्तार किया था। विजिलेंस ब्यूरो द्वारा सुरेश शर्मा को आज अदालत में पेश किया गया। माननीय अदालत में दोनों पक्षों के वकीलों की सुनवाई के उपरांत सुरेश शर्मा का 3 दिन का विजिलेंस रिमांड दे दिया है। विजिलेंस ब्यूरो द्वारा सुरेश शर्मा से तीन दिन तक पूछताछ के उपरांत दोबारा अदालत में पेश किया जाएगा। बिजनेस ब्यूरो अमृतसर के एसएसपी लखबीर सिंह ने बताया कि रिमांड के दौरान आरोपी सुरेश शर्मा से पूछताछ की जाएगी। उन्होंने बताया कि पूछताछ दौरान इस केस में एमटीपी विभाग के अधिकारियों व अन्य को भी सम्म्मन भेजे जाएंगे और पूछताछ की जाएगी।
अधिकारी ने कहा फाइल क्लियर करवाना चाहता है, तो उसे सुरेश शर्मा से संपर्क करना चाहिए

रेलवे लिंक रोड पर किसी द्वारा अपनी बिल्डिंग का निर्माण करवाया जाना था।नगर निगम अमृतसर की एमटीपी विभाग से एक मंजिल के लिए मंजूरी प्राप्त की थी। अतिरिक्त निर्माण के लिए, उसने जब एमटीपी अधिकारियों से संपर्क किया, जिन्होंने उसे एक संशोधित नक्शा जमा करने की सलाह दी। लेकिन उसके द्वारा दाखिल किए गए नक्शे को एटीपी विभाग के अधिकारी को दो बार यह कहकर खारिज कर दिया कि सुरेश शर्मा ने उसके प्रोजेक्ट के खिलाफ अलग-अलग नामों से आरटी आई आवेदन दायर किया था। इस अधिकारी ने निर्माण करवाने वालों से कहा कि अगर वह अपनी फाइल क्लियर करवाना चाहता है, तो उसे सुरेश शर्मा से संपर्क करना चाहिए।
4 लाख रुपए रिश्वत लेने का आरोप
बिल्डिंग का निर्माण करवाने वालों ने बताया कि जब उसने सुरेश शर्मा से संपर्क किया, तो उसने पहले इन शिकायतों को वापस लेने के लिए 7 लाख रुपये की मांग की, लेकिन उसे समझाने के बाद, सौदा 4 लाख रुपये में तय हो गया। विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने आगे बताया कि शिकायत के प्रारंभिक वेरीफिकेशन के बाद, विजिलेंस ब्यूरो की एक टीम ने जाल बिछाया और दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में आरोपी को 4 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।
” अमृतसर न्यूज अपडेट्स ” की खबर व्हाट्सएप पर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करके व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करें