दुकाने बनाने के एवज में मांगी थी एक लाख रिश्वत
अमृतसर,18 मई (राजन): नगर निगम का एमटीपी विभाग विजिलेंस पुलिस के रडार पर आ गया है। विजिलेंस पुलिस द्वारा आज एमटीपी विभाग की बिल्डिंग इंस्पेक्टर हरप्रीत कौर तथा उसके पति प्राथमेश मोहन राहुल को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस स्टेशन विजिलेंस ब्यूरो अमृतसर रेंज ने उक्त दंपति के विरुद्ध एफआईआर नंबर 09 दिनांक 18.05.2021 यू/एस 7, 7-ए भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988, पीसी (संशोधन) अधिनियम 2018 द्वारा संशोधित, 120-बी आईपीसी के अंतर्गत दर्ज की है। विजिलेंस पुलिस द्वारा आज से लगभग 5:00 बजे बिल्डिंग इंस्पेक्टर हरप्रीत कौर को नगर निगम के एमटीपी कार्यलय के बाहर से पकड़ा गया तो उस समय से ही नगर निगम कार्यलय में अफरा-तफरी मची रही।
विजिलेंस पुलिस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार दर्ज रिपोर्ट मे शिकायतकर्ता मनोज छाबड़ा पुत्र भीम छाबड़ा निवासी गली नंबर 1, मुस्लिम गंज, शिवाला कॉलोनी,ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि उनके पास 33.66 वर्ग मीटर का एक प्लॉट है। यार्ड और वह उक्त दुकानों की पहली मंजिल पर तीन दुकानों और एक आवासीय हिस्से का निर्माण कर रहे थे, लेकिन 24.10.2020 को बिल्डिंग इंस्पेक्टर हरप्रीत कौर, बेलदार राजीव कुमार और बेलदार पवन कुमार उनकी दुकानों पर आए और निर्माण कार्य को रोक दिया और निर्माण के लिए उपयोग किए जा रहे उपकरणों को ले गए।इसलिए, शिकायतकर्ता मनोज छाबड़ा ने प्राथमेश मोहन @ राहुल पुत्र चंद्र मोहन निवासी # 118, न्यू महिंद्रा कॉलोनी, बटाला रोड, अमृतसर ( हरप्रीत कौर के पति) से संपर्क किया। वह उसका पुराना पड़ोसी है। उक्त प्राथमेश मोहन उर्फ राहुल ने उक्त दुकानों के अवैध निर्माण के लिए 1,20,000 रुपये की रिश्वत की मांग की। प्रथमेश मोहन उर्फ राहुल ने रुपये की रिश्वत की मांग की थी। अपने और अपनी पत्नी हरप्रीत कौर बिल्डिंग इंस्पेक्टर के लिए 1 लाख और उन्होंने रुपये की मांग की थी। शिकायतकर्ता मनोज छाबड़ा ने प्राथमेश मोहन @राहुल के समक्ष इतनी बड़ी राशि का भुगतान करने में असमर्थता व्यक्त की और बातचीत पर प्रथमेश मोहन उर्फ राहुल ने एक लाख रुपये की रिश्वत राशि स्वीकार करने पर सहमति व्यक्त की। 1 लाख रुपये की दो समान किश्तों में 50,000 रुपए प्रत्येक और साइट से जब्त किए गए उपकरण शिकायतकर्ता मनोज छाबड़ा को वापस कर दिए गए। शिकायतकर्ता मनोज छाबड़ा ने विजिलेंस ब्यूरो रेंज अमृतसर में शिकायत दर्ज कराई है। विजिलेंस ब्यूरो रेंज अमृतसर द्वारा सत्यापन के दौरान व्हाट्स एप ऑडियो रिकार्डिंग के अवलोकन से यह साबित हुआ कि प्रथमेश मोहन उर्फ राहुल ने एक लाख रुपये की रिश्वत की मांग की है। बिल्डिंग इंस्पेक्टर हरप्रीत कौर उनके पति को विजिलेंस ब्यूरो टीम ने गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है।