अमृतसर, 5 अगस्त (राजन गुप्ता): मेयर कर्मजीत सिंह रिंटू, कमिश्नर कोमल मित्तल व एडिशनल कमिश्नर संदीप रिषी द्वारा एमटीपी विभाग की जोन वाइज मीटिंगो का सिलसिला जारी रखते हुए आज साउथ व वेस्ट जोन के अधिकारियों के साथ मीटिंग की गई। मीटिंग में अधिकारियों से उनके उनके जोन में बनी अवैध बिल्डिंगों की सूचियां भी ली गई। जिस पर मेयर व निगम कमिश्नर ने विभाग के अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी गई कि अवैध निर्माण बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। मीटिंग में एमटीपी आईपीएस रंधावा एटीपी संजीव देवगन एटीपी कृष्णा कुमारी व बिल्डिंग इंस्पेक्टर मौजूद थे।
निगम कमिश्नर ने अवैध निर्माण को लेकर एमटीपी विभाग के साथ-साथ एस्टेट अफसर व सुपरिटेंडेंटो की कमेटी की गठित
नगर निगम कमिश्नर कोमल मित्तल द्वारा शहर के अवैध निर्माणों को लेकर एमटीपी विभाग के साथ-साथ एस्टेट अफसर सुशांत भाटिया, क्षेत्र के एमटीपी, क्षेत्र के एटीपी, बिल्डिंग इंस्पेक्टर व सुपरिटेंडेंट धर्मेंद्रजीत सिंह, दलजीत सिंह, देवेंद्र बब्बर व प्रदीप राजपूत की एक कमेटी का गठन किया गया है। जारी किए गए आदेशों के अनुसार सुपरिटेंडेंट धर्मेंद्रजीत सिंह नॉर्थ जोन व सेंट्रल जोन वाल सिटी, दलजीत सिंह ईस्ट जोन व सेंट्रल जोन वॉल्ड सिटी के बाहर, दविंदर सिंह बब्बर साउथ जोन तथा प्रदीप राजपूत वेस्ट जोन क्षेत्र देखेंगे। सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में हुए अवैध निर्माणों व बन रही अवैध कॉलोनियों की सूची बनाएंगे। इस संबंध में कमेटी रिव्यू मीटिंग करती रहेगी। अवैध निर्माणों व अवैध कॉलोनियों को लेकर क्षेत्र के एमटीपी निगम के लॉ अफसर से लीगल एग्जामिन करवाने के उपरांत बनती कार्रवाई करेंगे। इसके बावजूद भी अगर कार्रवाई नहीं हो पाई तो एस्टेट अफसर सुशांत भाटिया अपनी टीम के साथ लेकर वहां पर बनती कार्रवाई करेंगे।
एनओसी व कंपोजीशन फीस को सिंगल विंडो के तहत सुपरिटेंडेंट देखेंगे
निगम कमिश्नर कोमल मित्तल द्वारा जारी किए गए आदेशों में निगम के एमटीपी विभाग से लोगों द्वारा एनओसी तथा कंपोजीशन फीस देने के लिए सिंगल विंडो के तहत विभाग सुपरिटेंडेंट धर्मेंद्रजीत सिंह द्वारा की जाएगी। जारी आदेशों के अनुसार लोगों द्वारा इस संबंधी अपने आवेदन सुपरिटेंडेंट धर्मेंद्रजीत को देने होंगे। धर्मेंद्रजीत संबंधित बिल्डिंग इंस्पेक्टर के पास आवेदन भेज कर इसकी पूरी कार्रवाई 2 दिन में पूरी करने के लिए कहा जाएगा। 2 दिन उपरांत सुपरिटेंडेंट निगम के सीएफसी सेंटर में लिखित तौर पर भेज देगा कि इस उपभोक्ता से लिखित फीस लेकर रसीद जारी कर दी जाए, अगर इसमें कोई कमी पाई गई तो इसे वापिस उपभोक्ता के पास कमी पूरी करने के लिए सुपरिटेंडेंट द्वारा भेजा जाएगा।