
अमृतसर,30 मई (राजन): गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के पंजाबी विभाग के पूर्व प्रोफेसर डा. हरचंद सिंह बेदी को पहली बरसी पर याद किया गया। स्थानीय पंजाब नाटशाला में उनकी याद में आयोजित कार्यक्रम के दौरान डा. बेदी के दोस्त, विद्यार्थी और पंजाब साहित्य के साथ जुड़े व्यक्ति बड़ी संख्या में शामिल हुए।गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के पूर्व वीसी डा. एसपी सिंह और मौजूदा वीसी डा. जसपाल सिंह ढिल्लों भी कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान डा. बेदी की ओर से लिखी व बिबेकगढ़ प्रकाशन की ओर से प्रकाशित पुस्तक विश्वकोष भाई वीर सिंह को रिलीज किया गया। यह विश्वकोष पंजाबी साहित्य के लेखक के संबंध में पहला कोष है, जिसमें भाई वीर सिंह के जीवन काल व उनके साहित्य को समर्पित कामों के संबंध में विस्तार से जानकारी दर्ज की गई है।
पंजाब विभाग खालसा कालेज के मुखी डा. आत्मा सिंह रंधावा ने कहा कि साहित्य के क्षेत्र में डा. बेदी ने दस कोष लिखे हैं। डा. बेदी ने 70 पुस्तकें लिखकर पंजाबी के अमीर साहित्य को और भी अमीर बना दिया। जीएनडीयू के पूर्व वीसी डा. एसपी सिंह ने कहा कि उन्हें इस बात पर गर्व है कि डा. हरचंद सिंह बेदी उनके विद्यार्थी थे।
जीएनडीयू के मौजूदा वीसी डा. जसपाल सिंह संधू ने कहा कि वह डा. बेदी की मेहनत को दिल की गहराईयों से सजदा करते है। इस मौके पर डा. बेदी के करीबी डा. गुरउपदेश सिंह, कर्नल संतोख सिंह, डा. इंद्रा विर्क और उनके विद्यार्थी डा. तजिदर कौर ने डा. बेदी को भावनात्मक ढंग से याद किया। इस दौरान डा. बेदी यादगार कमेटी की ओर से कार्यक्रम में शामिल होने वाले साहित्यकारों को सम्मानित किया गया।
इस मौके पर प्रिसिपल माहल सिंह, जोगिदरपाल सिंह कुंदरा, रूपिदर सिंह बेदी, डा. सुखबीर कौर माहल, डा रमिद कौर पूर्व मुखी पंजाबी विभाग,प्रो निर्मल सिंह रंधावा, दीप दविदर, दीप जगदीश,प्रो सरचांद सिंह,डा आया सिंह,डा. सुखबीर सिंह, डा निरंकार सिंह नेकी, डा. अकाल अमृत कौर, डा परमजीत सिंह, डा सुखविदर कौर अमृत, डा. रुपिदर कौर, तेजिदरपाल सिंह रवि व मोहित सहदेव आदि मौजूद थे।