
अमृतसर,22 जुलाई (राजन): शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रधान एडवोकेट हरजिदर सिंह धामी ने देश में सिखों के साथ की जा रही धक्केशाही पर रोक लगाने के लिए देश के अलग-अलग राज्यों में रहते सिखों को लामबंद होने की अपील की है।उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में बारांदरी इलाके में सेंट फ्रांसिस स्कूल की ओर से सिख विद्यार्थियों को दस्तार और किरपान पर पाबंदी लगाने व राजस्थान के अलवर जिले के गांव मिलकपुर के एक पूर्व ग्रंथी की मारपीट व केसों की बेअदबी का नोटिस लेते हुए प्रधान हरजिदर सिंह धामी ने कहा कि सिखों के साथ ऐसे व्यवहार जानबूझकर किए जा रहे हैं। सरकारों की भूमिका भी पारदर्शी नहीं है। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक होने के बावजूद भी देश की आजादी के लिए 80 प्रतिशत से अधिक कुर्बानियां सिखों ने दी और अगर आज देश का सभ्याचार बरकरार है तो यह सिखों की बदौलत है। हालांकि दुख की बात है कि सिखों के साथ देश में भेदभाव किया जा रहा है। ऐसी ही घटनाएं यूपी के बरेली और राजस्थान में हुई है। प्रधान ने कहा कि इन दोनों घटनाओं के दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए और कमेटी इन मामलों को लेकर अपने तौर पर पड़ताल भी करवाएगी। उन्होंने राजस्थान और यूपी की सरकार से मांग की है कि दोनों मामलों में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और लोगों को कठघरे में खड़ा किया जाए ताकि आगे से ऐसा करने की कोई हिम्मत न करे। उन्होंने देशभर में रहते सिखों को भी अपील की है कि वह सिखों के साथ नफरत भरा व्यवहार करने वाले लोगों के विरुद्ध एकत्रित होकर आवाज उठाएं और स्थानीय स्तर पर प्रशासन को कार्रवाई के लिए कहें।
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