अमृतसर,30 मार्च (राजन):28 घंटे के भीतर गुरूवार को अमृतपाल का दूसरा वीडियो सामने आया है । जिसमें उसने सरबत खालसा बुलाने की मांग दोहराई। सरबत खालसा बुला जत्थेदार परिवारवाद के इल्जाम से मुक्त हो सकते हैं। अमृतपाल ने कहा कि वह बगावत के दिन काट रहा है। मैं हुकूमत से नहीं डरता । वह भगौड़ा होने के बारे में सोच भी नहीं सकता।
वीडियो में अमृतपाल ने क्या कहा…
अमृतपाल सिंह ने कहा- मैंने वीडियो के जरिए सिख संगतों को संबोधित किया था। जिसमें कुछ संगतों को शक था कि शायद वीडियो पुलिस की कस्टडी में बनी है। जिन्हें लगता है कि मैं भगौड़ा हो गया और अपने साथियों को छोड़ गया, कोई ऐसी गलतफहमी न रखे। मैं मरने से नहीं डरता।
मुझे अगर इस घेरे से बाहर रखा है तो इसका मतलब है कि मैं अपनी कौम और अपने साथियों के लिए कुछ कर सकूं। जल्दी ही संसार के सामने भी प्रगट होंगे और समाज में घूमेंगे। मैं उनमें से नहीं हूं कि देश छोड़कर बाहर भाग जाऊं और वीडियो डालकर बाहर से मैसेज दूं। जो बगावत के दिन होते हैं, उसे काटते हुए हमें बहुत कुछ झेलना पड़ता है। एक दिन में 20-22 मील सफर पैदल करना पड़ रहा है। खाना मिल गया तो ठीक वर्ना पानी पीकर गुजारा करना पड़ता है। बगावत के दिन काटने मुश्किल हैं लेकिन मैं संगत को कहता हूं कि हमें चड़दीकलां में रहना है। इस रास्ते पर चलने से पहले ही हमें पता था कि यह कांटों भरी राह है। मेरी संगतों से अपील है कि मैंने सरबत खालसा के लिए कॉल दी है। मेरी जत्थेदार से अपील है कि आपकी भी परीक्षा है। आप कौम के लिए कितना डटकर खड़े हो सकते हो?
अगर आपने वहीर निकालनी है तो अकाल तख्त से वहीर निकले
अगर आपने वहीर निकालनी है तो अकाल तख्त से वहीर निकले और वह तलवंडी साबो में तख्त श्री दमदमा साहिब में जाकर सरबत खालसा हो । मैं इस धरती पर हूं और यहीं मेरा खून गिरेगा।मैं सपने में भी भगौड़ा होने के बारे में नहीं सोच सकता। कईयों ने कहा कि मैंने केश कत्ल करा लिए, यह सब बुनियाद बातें हैं। केश कत्ल करवाने से पहले मैं सिर कटाने के बारे में सोच सकता हूं। मेरी संगत से अपील है कि किसी के आगे हाथ नहीं फैलाना है। हुकूमत से मैं न कल डरता था, न आज डरता हूं। संगत किसी भी गुमराह पूर्ण प्रचार में न आए।
जत्थेदार सरबत खालसा की कॉल अगर नहीं देते तो……..
अकाल तख्त जत्थेदार सरबत खालसा की कॉल दें, अगर वे नहीं देते तो यह उनके लिए परीक्षा की घड़ी है। वह कौम के लिए क्या करने को गंभीर हैं क्या नहीं? उन पर परिवारवाद की राजनीति करने का इल्जाम लगता है, उससे मुक्त होने का भी समय है।
अमृतपाल का परिवार वापिस घर लौटा
पंजाब पुलिस द्वारा अमृतपाल सिंह के खिलाफ शुरू की गई कार्रवाई के बीच बीते बुधवार परिवार अचानक कहीं चला गया था। 24 घंटे बाद परिवार वापस लौट आया है। परिवार का कहना है कि वे गुरुघर में सेवा के लिए गए थे। इससे अधिक परिवार ने मीडिया से बातचीत करने से मना कर दिया। दरअसल, पुलिस भी माता-पिता और पत्नी के बारे में जानकारी सांझा नहीं कर रहा था।
‘अमृतसर न्यूज़ अपडेटस” की व्हाट्सएप पर खबर पढ़ने के लिए ग्रुप ज्वाइन करें
https://chat.whatsapp.com/D2aYY6rRIcJI0zIJlCcgvG
‘अमृतसर न्यूज़ अपडेटस” की खबर पढ़ने के लिए ट्विटर हैंडल को फॉलो करें