अमृतसर, 18 जुलाई: अकाली दल के वरिष्ठ नेता मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया गुरुवार को कोर्ट में पेश हुए। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर आरोप लगाते हुए कहा कि एसआईटी ने जानबूझकर सीएम के कहने पर 18 जुलाई का समन भेजा है, जबकि संजय सिंह को पिछली पेशी के दौरान आज की तारीख बताई गई थी। वहीं, आज बिक्रम मजीठिया को ड्रग्स मामले में एसआईटी ने 20 जुलाई को फिर से तलब किया है। बिक्रम मजीठिया ने कहा कि वकीलों और विशेषज्ञों से बातचीत के बाद उन्हें अमृतसर कोर्ट में पेश होना ज्यादा जरूरी लगा। कोर्ट ने अब अगली तारीख 17 अगस्त तय की है। उन्होंने कहा कि एसआईटी सीएम भगवंत मान के हाथों की कठपुतली बन गई है। गृह मंत्रालय भगवंत मान के पास है और पुलिस अफसरों के तबादले की जिम्मेदारी भी भगवंत मान की है। उनकी जांच डीजीपी स्तर से शुरू हुई और अब जांच इंस्पेक्टर स्तर तक पहुंच गई है।
एसआईटी ने उन्हें परेशान करने की कोशिश की
मजीठिया ने आरोप लगाया कि एसआईटी ने उन्हें परेशान करने की कोशिश की। अगर कोर्ट आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के पक्ष में फैसला देता है तो आप इसे बड़ी जीत बताती है। अगर कोर्ट मजीठिया के पक्ष में फैसला देता है तो वे मजीठिया को दबाने के लिए गैरकानूनी तरीके अपनाते हैं।
अकाल तख्त साहिब पर टिप्पणी करने से इनकार
बिक्रम मजीठिया ने इस दौरान अकाली दल में चल रही अंतर कलह पर टिप्पणी से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब को सभी समर्पित हैं। निमाने सिख की तरफ सभी को गुरुओं के चरणों में शरण लेनी चाहिए। विरोधियों को सलाह दूंगा कि वे सभी भी साथ चलें, क्योंकि सरकार में मंत्रालय उनके पास भी थे। जो ये सलाह दे रहे हैं, कि फैसला ऐसा नहीं वैसा होना चाहिए, वे उनके बारे में जानते हैं। वे श्री अकाल तख्त साहिब पर कितना विश्वास रखते हैं, उनकी बातों से पता चल सकता है। इसलिए श्री अकाल तख्त साहिब के बारे में वे कोई राजनीतिक या अन्य बात नहीं करना चाहते, जैसा विरोधी कर रहे हैं।
‘अमृतसर न्यूज़ अपडेटस” की व्हाट्सएप पर खबर पढ़ने के लिए ग्रुप ज्वाइन करें
https://chat.whatsapp.com/D2aYY6rRIcJI0zIJlCcgvG
‘अमृतसर न्यूज़ अपडेटस” की खबर पढ़ने के लिए ट्विटर हैंडल को फॉलो करें