मेयर सहित 46 पार्षद ही मीटिंग में पहुंचे, ट्यूबवेलो के रखरखाव का ठेका 4.80 करोड़ मे देने बारे सीनियर डिप्टी मेयर तथा पार्षद महेश खन्ना ने जताया भारी एतराज
अमृतसर,26 मार्च ( राजन गुप्ता): नगर निगम बजट सत्र तथा जनरल हाउस की बैठक मेयर करमजीत सिंह रिंटू की अध्यक्षता में हुई। बैठक में मेयर सहित मात्र 46 पार्षद ही पहुंचे। जबकि निगम हाउस के 85 पार्षद , शहर के 5 विधायक भी सदस्य हैं। उपचुनाव में विजय हुए पार्षद सहजरा द्वारा अभी शपथ ना लिए कारण पेश नहीं हो पाए।विपक्ष के मात्र 3 तीन पार्षद ही मीटिंग में आए। इनमें भाजपा पार्षद संध्या सिक्का, पार्षद नगवंत कौर, अकाली दल के पार्षद अविनाश जोली मीटिंग में आए। शेष भाजपा व अकाली पार्षद मीटिंग में नहीं आए।
दोपहर 3.15 बजे बजट सत्र की बैठक शुरू होने पर एजेंडा डीसीएफए मन्नू शर्मा द्वारा हाउस के समक्ष रखा। मात्र 12 मिनट के उपरांत सर्वसम्मति से निगम के 435 करोड़ों के बजट को मंजूरी दे दी गई। बजट में39% विकास,58% अमले तथा 3% अचनचेत पर खर्च होने का प्रावधान है। बजट की मंजूरी मिलने के उपरांत 3.27 बजे नगर निगम के जनरल हाउस की बैठक शुरू की गई। एजेंडा ब्रांच के सुपरिटेंडेंट दलजीत सिंह द्वारा एजेंडे में रखे गए 25 प्रस्ताव पढ़े।
निगम की वाटर सप्लाई सीवर सब कमेटी के चेयरमैन पार्षद महेश खन्ना ने कहां कि ओ एंड एम विभाग के चेयरमैन है। विभाग के अधिकारियों द्वारा हाउस में प्रस्ताव डालने से पहले मुझसे किसी तरह की भी डिस्कशन नहीं की जाती है। ओ एंड एम विभाग के टेंडर अधिकारियों द्वारा सीधे तौर पर लगवा दिए जाते हैं, विकास के टेंडर लगाने से पहले पार्षदों को भी बताया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि एजेंडे में सुपरसाकर मशीने किराए पर लेने की बजाए नगर निगम को खरीदनी चाहिए। महेश खन्ना ने कहां की 31 दिसंबर को हुई जनरल हाउस की मीटिंग में डाला गया 15 न. प्रस्ताव के बारे में अधिकारियों ने उनसे कोई भी डिस्कशन नहीं की। प्रस्ताव की भी मात्र 4 लाइनों में समरी लिखकर प्रस्ताव डाल दिया गया। उन्होंने कहा कि 31 दिसंबर की मीटिंग की पुष्टि की अब उनके पास प्रोसीडिंग आने पर उस प्रस्ताव को देखकर वे दंग रह गए हैं। उन्होंने कहा कि निगम अधिकारी विशेषकर एस ई ओ एंड एम हाउस को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विकास मे खर्च होने वाला रुपया आम जनता से लिया हुआ टैक्स की राशि है । जिसे बर्बाद नहीं किया जाएगा।महेश खन्ना ने कहा कि पार्षद विकास सोनी ने भी किराए पर सुपर साकर मशीन लेकर डिसिल्टिंग करने के लिए उनसे रोक लगाने के लिए कहा गया है।पार्षद सन्नी कुंद्रा ने कहा कि 51 लाख रुपयों की लागत से सुपर साकर मशीन से उनकी वार्ड में कार्य ना करवाया जाए।
इसकी पुष्टि करते हुए सीनियर डिप्टी मेयर रमन बख्शी ने कहा कि ओ एंड एम मेंटेनेंस का ठेका देने बारे क्या फाइल बनी उस पर एस ई(ओ एंड एम ) द्वारा चेयरमैन महेश खन्ना से डिस्कशन करनी चाहिए थी। रमन बक्शी ने कहा कि मेंटेनेंस का ठेका लेने वाली कंपनी के ठेकेदार पार्षदों से ठीक भाषा का भी इस्तेमाल नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंधी कमेटी का गठन करके जांच करवाई जाए। रमन बख्शी ने पार्षदों द्वारा 20 हजार रुपयों की फाइल संबंधी भी अपनी बात रखी। पार्षद सुरिंदर चौधरी ने भी इस मेंटेनेंस के ठेकेदार के खुद उनके साथ गलत व्यवहार की भी बात कही।
इस पर मेयर करमजीत सिंह रिंटू ने कहा कि इस बारे में सारी शिकायतें नोट कर ली है। उन्होंने कहा कि इस संबंधी बाद में वह खुद टेबल पर पार्षदों से पूरी डिस्कशन करेंगे तथा हो सका तो इस संबंधी सब कमेटी का भी गठन कर दिया जाएगा।
निगम कमिश्नर कोमल मित्तल ने कहा कि 20हजार रुपयों की विकास फाइल अब पहले की तरह नहीं चल सकती, टेंडर लगाकर ही विकास कार्य करवाई जाएंगे। इस दौरान सुपरिटेंडेंट दलजीत सिंह द्वारा15 टेबल एजेंडा को भी पढ़ कर सुनाया।मात्र 50 मिनटों के उपरांत पेश किए गए एजेंडे के 25 प्रस्ताव तथा 15 टेबल एजेंटों को भी सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी गई।
पार्षद अविनाश जोली, पार्षद जितेंद्र मोती भाटिया, पार्षद सुखदेव सिंह चाहल, पार्षद जितेंद्र सोनिया, पार्षद राजेंद्र कौर, पार्षद राजेश मदान व अन्य पार्षदों ने भी अपनी-अपनी वार्डो से संबंधी समस्याएं जिनमें डिसिल्टिंग, कम लगी स्ट्रीट लाइट, सफाई व्यवस्था, नाले को बंद करके ग्रीन बेल्ट बनाने की बातें रखी गई।