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डिप्टी कमिश्नर ने सिविल अस्पताल का किया अचानक निरीक्षण: ऑक्सीजन प्लांट का भी किया निरीक्षण

डीसी  साक्षी साहनी सिविल अस्पताल का दौरा करते हुए।

अमृतसर,30 जुलाई (राजन): सिविल अस्पताल जालंधर में हुई दुर्घटना के मध्यनजर  डिप्टी कमिश्नर  साक्षी साहनी ने सिविल अस्पताल अमृतसर का अचानक दौरा किया। इस दौरान उन्होंने इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षण करते हुए मरीजों से बातचीत की और उनकी समस्याएं सुनकर मौके पर ही डॉक्टरों को निर्देश दिए कि मरीजों की समस्याओं का तुरंत समाधान किया जाए और किसी भी मरीज को किसी प्रकार की परेशानी न होने दी जाए।डिप्टी कमिश्नर ने वहां संचालित ऑक्सीजन प्लांट का भी निरीक्षण किया और संबंधित डॉक्टरों को निर्देश दिए कि समय-समय पर ऑक्सीजन प्लांट की जांच अवश्य करवाई जाए ताकि किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो।

डीसी साक्षी साहनी सिविल अस्पताल और गुरु नानक देव अस्पताल के डॉक्टरों के साथ बैठक करते हुए। 

डीसी ने  इमरजेंसी वार्ड में मरीजों से की बातचीत

डीसी ने अस्पताल में इलाज करवा रहे मरीजों से अस्पताल के अंदर ही दवा मिलने संबंधी फीडबैक भी लिया और डॉक्टरों को निर्देश देते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि अस्पताल में आने वाले मरीजों को दवाइयां अस्पताल से ही उपलब्ध करवाई जाएं ताकि उन्हें बाहर न जाना पड़े।उन्होंने अस्पताल के स्टाफ को भी निर्देश देते हुए कहा कि अस्पताल में इलाज करवाने आए मरीजों के साथ नम्रता और सहानुभूति से व्यवहार किया जाए।

अस्पताल के सभी कार्यों को समय पर पूरा करने के दिए निर्देश

सिविल अस्पताल का निरीक्षण करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने अस्पताल परिसर में पानी की लीकेज को देखकर संबंधित विभाग के अधिकारियों को तुरंत फोन कर निर्देश दिया कि आज ही इस लीकेज को ठीक किया जाए। उन्होंने सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉ. रश्मी को निर्देश दिया कि अस्पताल परिसर में सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए।डिप्टी कमिश्नर ने निर्देश दिया कि इमरजेंसी वार्ड के बाहर कोई भी वाहन पार्क न किया जाए, जिससे आपात स्थिति में आने वाले मरीजों को किसी तरह की बाधा का सामना न करना पड़े।उन्होंने अस्पताल में चल रहे विकास कार्यों का भी जायज़ा लिया और सभी कार्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए।

दोनों अस्पतालो के मेडिकल यूनिटों के डॉक्टरो में आपसी तालमेल बेहद जरूरी

डिप्टी कमिश्नर ने सिविल अस्पताल और गुरु नानक देव अस्पताल के डॉक्टरों के साथ बैठक करते हुए कहा कि जब भी सिविल अस्पताल से किसी मरीज को गुरु नानक देव अस्पताल में रेफर किया जाए, तो संबंधित डॉक्टर पहले गुरु नानक देव अस्पताल से समन्वय करें और मरीज को एम्बुलेंस के माध्यम से ही शिफ्ट किया जाए। उन्होंने कहा कि दोनों अस्पतालों के मेडिकल यूनिटों के डॉक्टरों में आपसी तालमेल बेहद ज़रूरी है ताकि किसी मरीज को रेफर करते समय किसी प्रकार की समस्या न आए।इस अवसर पर सहायक सिविल सर्जन डॉ. रजिंदर पाल कौर और मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. करमजीत सिंह भी उपस्थित रहे।

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