अमृतसर,24 अप्रैल (राजन): ऑक्सीजन की कमी से फतेहगढ़ चूड़ियां रोड स्थित नीलकंठ अस्पताल में 6 कोरोना मरीजों की मृत्यु हो गई है। ऑक्सीजन किल्लत के चलते निजी अस्पतालों मे कोरोना मरीज बेहाल हो गए हैं। निजी अस्पतालों के डॉक्टरों का एक शिष्टमंडल गत दिवस डिप्टी कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खेहरा को भी मिला था। शिष्टमंडल ने ऑक्सीजन कमी के बारे में डिप्टी कमिश्नर को विस्तार से बताया था। निजी अस्पतालों के डॉक्टरों ने यहां तक कह दिया था कि ऑक्सीजन की कमी से अब वह कोरोना मरीजों को अस्पताल में दाखिल नहीं करेंगे।
आज नीलकंठ अस्पताल में 6 कोरोनावायरस मरीजों तथा एक अन्य मरीज की मृत्यु हुई है। नीलकंठ अस्पताल के मालिक डॉक्टर देवगन का कहना है कि ऑक्सीजन लेने के लिए उन्होंने अपना स्टाफ भेजा था किंतु ऑक्सीजन नहीं मिली। शहर के अन्य निजी अस्पतालों में भी ऑक्सीजन की भारी कमी चल रही है। जिला प्रशासन के ऑक्सीजन की कमी नहीं आने दी जाएगी दावे खोखले साबित हो रहे हैं। नीलकंठ अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के कारण मृतकों की पहचान कंवलजीत कौर निवासी गुरदासपुर, बलवंत सिंह निवासी अमृतसर, सुखदेव सिंह निवासी तरनतारन, दीदार सिंह निवासीअमृतसर और राम पियरी निवासी अमृतसर के रूप में हुई है। एक अन्य मरीज गुरदासपुर निवासी गुरप्रीत सिंह की ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत हो गई। हालांकि, वह एक कोरोना संक्रमित नहीं था। उनका एक और इलाज चल रहा था।
सिविल सर्जन ने नीलकंठ अस्पताल का दौरा किया
सिविल सर्जन डॉक्टर चरणजीत सिंह ने नीलकंठ अस्पताल का दौरा किया। अस्पताल में दाखिल कोरोना मरीजों के रिकॉर्ड को भी खंगाला। हालांकि सिविल सर्जन द्वारा मीडिया से बातचीत नहीं की गई।