अमृतसर, 26 जून (राजन): नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर, ड्रग्स छोड़ने वाले युवा एथलीट बन गए हैं, जो ड्रग्स के आदी युवाओं को प्रेरित करते हैं और यह संदेश देते हैं कि ड्रग्स कोई ऐसी बीमारी नहीं है जिससे कोई छुटकारा नहीं मिल सकता।
पुलिस कमिश्नर डॉ. सुखचैन सिंह गिल से प्रेरित होकर रेस का आयोजन अमृतसर एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन की चीफ सब-इंस्पेक्टर खुशबू शर्मा ने स्थानीय पंचों, सरपंचों और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में किया। उन्होंने इस दिन को मनाने के इरादे से समाज के अलग-अलग वर्गों में गलत संगत में शामिल होकर नशीले पदार्थों के शिकार हुए इलाके के युवाओं को एक साथ लाया, लेकिन पंजाब सरकार द्वारा शुरू किए गए नशा विरोधी अभियान की मदद से ओट केंद्रों से इलाज कराकर वे मुख्यधारा में लौट आए।
इस मौके पर इन जवानों ने कहा कि उन्हें नशा छोड़ने में कोई शारीरिक परेशानी नहीं होती है क्योंकि ओट सेंटरों से मिलने वाली दवा दवाओं का अच्छा विकल्प बन जाती है और तब तक उनके लिए काम करती रहती है जब तक कि उनका शरीर नशा छोड़ने के लिए तैयार नहीं हो जाता। उन्होंने पथभ्रष्ट नौजवानों से बिना किसी डर या झिझक के इन केंद्रों का सहारा लेने और नशा छोड़ने और एक नया जीवन शुरू करने का भी आह्वान किया। क्षेत्र के गणमान्य सज्जनों ने इस पहल की सराहना की और कहा कि वास्तव में ऐसे जोशीले लोग समाज से नशीले पदार्थों को मिटाने का एक शानदार तरीका हो सकते हैं।