
अमृतसर, 19 अगस्त (राजन): श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी का पहला प्रकाश पर्व शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा श्रद्धापूर्वक मनाया गया। इस मौके गुरूद्वारा श्री रामसर साहिब से सच्चखंड श्री हरिमंदिर साहिब तक परंपरा अनुसार नगर कीर्तन सजाया गया, जिसकी आरंभता से पहले श्री अखंड पाठ साहिब के भोग डाले गए और हजूरी रागी जत्थों ने गुरबाणी कीर्तन किया। अरदास के पश्चात पावन हुकमनामा सच्चखंड श्री हरिमंदिर साहिब के मुख्य ग्रंथी सिंह साहिब ज्ञानी जगतार सिंह ने सरवन करवाया। इस मौके विचार सांझे करते हुए सिंह साहिब ज्ञानी जगतार सिंह ने पहले प्रकाश गुरपर्व की सिख जगत को बधाई दी और इस दिवस के इतिहास से अवगत करवाया। यह पावन पर्व सिख जगत द्वारा श्रद्धा और सत्कार से मनाया जाता है। उन्होने संगतों को पहले प्रकाश पर्व की बधाई देते हुए बाणी और बाणे के साथ जुड़ने की प्रेरणा दी।
इस अवसर पर नगर कीर्तन का नेतृत्व पांच प्यारे कर रहे थे और नगर कीर्तन में सिख नौजवानों ने गतका प्रदर्शन भी दिखाए। नगर कीर्तन में शिरोमणि कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष भाई रजिंदर सिंह मेहता, शिरोमणि कमेटी अंतरिग सदस्य मंगविंदर सिंह खापड़खेड़ी, अमरजीत सिंह भलाईपुर, भाई मनजीत सिंह भूराकोहना व अन्य शामिल थे।
सुंदर जलौ और फूलों की हुई सजावट
पहले प्रकाश पर्व मौके सच्चखंड श्री हरिमंदिर साहिब, श्री अकाल तख्त साहिब और बाबा अटल राय साहिब में अलौकिक जलौ भी संगत के लिए आकर्षण का केन्द्र बने। इसके इलावा फूलों की सजावट भी मनमोहक दृश्य पेश कर रही थी।
भाई लोगोंवाल ने पहले प्रकाश पर्व की संगत को दी बधाई
शिरोमणि कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने समूचे विश्व में रह रही गुरू नानक नाम लेवा संगतों को श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी के पहले प्रकाश पर्व की बधाई दी। अपने बधाई संदेश में भाई लोंगोवाल ने कहा कि यह पर्व सिख संगत के लिए अहम है।