वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर लगातार मरीजों की निगरानी करता है
संस्था द्वारा किया जा रहा कार्य सराहनीय : सिविल सर्जन
अमृतसर, 27 अगस्त(राजन):टीबी के मरीजों को अब निजी अस्पतालों में मिलेगी मुफ्त दवा मरीजों की सुविधा के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 9 महीने तक एफडीसी योजना शुरू की है।
योजना का परिचय देते हुए सिविल सर्जन डॉ. चरणजीत सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग टीबी रोगियों की देखभाल के लिए एक विशेष योजना के तहत कार्य कर रहा है, विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से रोगी की लगातार छह महीने तक निगरानी की जा रही है और बताया कि टीबी जिले के सरकारी अस्पतालों में मरीजों को पहले से ही दवाएं मुफ्त उपलब्ध कराई जा रही थीं, लेकिन अब मरीजों की सुविधा के लिए एफडीसी योजना के तहत जिले के निजी अस्पतालों में मुफ्त दवा उपलब्ध कराने का फैसला किया गया है, जहां यह दवा उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर टीबी की रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास कर रहा
है।
मरीजों को प्रति माह 500 खुराक दी जाती है
जिला टीबी अधिकारी डॉ. नरेश चावला ने बताया कि जिले के 36.00 से अधिक सरकारी डीओटी और 1000 से अधिक मरीज निजी अस्पतालों से दवा ले रहे हैं. उन मरीजों की सुविधा के लिए एसडीसी योजना शुरू की गई है। डॉ. नरेश चावला ने कहा कि इसके अलावा सरकार की ओर से टीबी के मरीजों को 500/- रुपये प्रति माह भोजन के लिए दिए जाते हैं. उनसे संपर्क कर मौके पर ही निराकरण किया जा रहा है, संस्था पूरी लगन और मेहनत से काम कर रही है.
डिब्बा: यदि टीबी का समय पर इलाज न किया जाए तो यह घातक हो सकता है।
संस्था के राज्य परियोजना निदेशक सुखविंदर सिंह ने कहा कि टीबी की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से कार्य किया जा रहा है. यदि किसी व्यक्ति को खांसी, जुकाम या बुखार है जो 2 सप्ताह से अधिक पुराना है, तो उनका टीबी के लिए परीक्षण किया गया है क्योंकि 2 सप्ताह के बाद होने वाली खांसी टीबी हो सकती है, जो समय पर इलाज न करने पर घातक हो सकती है। इस अवसर पर जिला समन्वयक देवेन्द्र सिंह भी उपस्थित थे।