-
एलईडी स्ट्रीट लाइटों के लगभग 60 हजार प्वाइंट लगे
-
महानगर में 78 हजार से अधिक स्ट्रीट लाइट प्वाइंट मौजूद
-
वित्त एंड ठेका कमेटी की मीटिंग में एलइडी स्ट्रीट लाइटे खरीदने के प्रस्ताव को रखा गया है पेंडिंग
अमृतसर, 8 सितंबर (राजन): स्मार्ट सिटी एलइडी स्ट्रीट लाइटें अभी तक लगभग 62 वार्डों में ही लगी, 17 वार्डो में कार्य अधूरा हुआ तथा 5 वार्डों में कार्य शुरू भी नहीं हुआ है। पिछले कई दिनों से स्मार्ट सिटी मिशन के तहत एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगाने वाली कंपनी का सामान नहीं आया है। जिस कारण वार्डो के पार्षदों को स्ट्रीट लाइट संबंधी समस्याओं से गुजरना पड़ रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार स्मार्ट सिटी एलइडी स्ट्रीट लाइट ओं लगाने का ठेका पुणे स्थित समुद्रा कंपनी को दिया हुआ है। इस सबंधी तैयार की गई डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) के अनुसार शहर में 60 हजार स्ट्रीट लाइट लगना है। कंपनी द्वारा 29 फरवरी तक लाइटे लगाने का कार्य पूरा किया जाना था। उस वक्त कार्य ना पूरा होने पर कंपनी का समय बढ़ा दिया गया। कंपनी के कॉन्ट्रैक्ट में 10 प्रतिशत लाइटे भी बढ़ा दी गई। इस वक्त कंपनी की लगभग 8 हजार लाइटें महाराष्ट्र के शहर पुणे से आनी है। कंपनी लाइटों के कुछ पार्ट्स चीन देश से मंगवा कर पुणे स्थित अपनी फैक्ट्री में चाइना मेड पार्ट को एकत्रित करके लाइटें अमृतसर में भेजती है। पिछले लंबे समय से ही लाइटे ना आने पर एलइडी स्ट्रीट लाइट लगाने का कार्य ठप हुआ हुआ है। कंपनी की जब शेष रहती लाइटे आ जाएगी तब ही कार्य द्वारा शुरू हो पाएगा।
कंपनी के यह भी कार्य अधूरे
कंपनी द्वारा स्मार्ट सिटी एलइडी स्ट्रीट लाइट प्रोजेक्ट के तहत काफी कार्य अधूरे पढ़े हुए हैं। कंपनी द्वारा बड़े पोलो पर जितनी भी लाइट लगाई गई हैं उन पोलो को अभी अर्थ कुनैक्शन किया जाना है। इसके साथ-साथ कंपनी द्वारा नगर निगम के मुख्य कार्यलय में एलईडी स्क्रीन स्थापित की जानी है। शहर की सभी स्ट्रीट लाइटों के नए बिजली के मीटर भी लगवाए जाने हैं। इसके अलावा कंपनी द्वारा अन्य कार्य भी किए जाने हैं जो अभी तक पूरे नहीं हो पाए हैं।
शहर में कुल 78 हजार से अधिक स्ट्रीट लाइट प्वाइंट
महानगर में नगर निगम के लगभग 70 हजार तथा इंप्रूवमेंट ट्रस्ट, पीडब्ल्यूडी, बीआरटीसी के प्वाइंट जोड़ लिए जाए तो इनकी गिनती 78 हजार से अधिक बनती है अगर अब सारे शहर की स्ट्रीट लाइट की जिम्मेदारी नगर निगम खुद हैंड ओवर करेगा तो निगम को अपने खर्चे पर ही सारे स्ट्रीट लाइट प्वाइंट लगवाने पड़ेंगे। एफएनसीसी मीटिंग में भी 7.28 करोड रुपए की लागत से एलइडी स्ट्रीट लाइट खरीदने व मेंटेननेस का प्रस्ताव रखा हुआ है उसे भी मंजूर नहीं किया गया है।
लाइटों संबंधी रिपोर्ट आने के बाद ही मंजूरी दी जाएगीः सीनियर डिप्टी मेयर
सीनियर डिप्टी मेयर रमन बख्शी ने कहा कि वित्त एंड ठेका कमेटी की मीटिंग में 7.28 करोड़ों रुपयों की लागत से समुद्रा कंपनी से खरीदने व मेंटेन का प्रस्ताव आया था। इस सबंधी स्ट्रीट लाईट विभाग के अधिकारियों से जवाबतलबी की गई थी और सभी ने विचार विमर्श करने के उपरांत यही निर्णय लिया गया कि जितनी भी और लाइटें खरीदी जानी है उस रेट के हिसाब से या कम रेट पर अगर किसी दूसरी कंपनी लाइट दे सकती है तो क्यों नहीं इसकी दोबारा टेंडरिंग कर दी जाए। उन्होंने कहा कि पहले तो स्मार्ट सिटी एलईडी स्ट्रीट लाइटों से सबंधी डीपीआर गलत बनाई गई। डीपीआर के अनुसार जितनी लाइट लगनी है उससे कहीं अधिक लाइटें शहर में लगनी है अभी भी कुछ वार्डों में जिसका कार्य पूरा हुआ बताया जा रहा है उन वार्डों में भी अभी भी लाइटिंग लगनी बकाया है। उन्होंने कहा कि कंपनी द्वारा चीन से बनी हुई लाइट लगाई गई है, वह एक अलग जांच का विषय है। स्ट्रीट लाइट अधिकारियों को शहर में कुल लगी चाहे नगर निगम इंप्रूवमेंट ट्रस्ट पीडब्ल्यूडी या बीआरटीसी की लाइट है इसकी विस्तार से रिपोर्ट बनाने को कहा गया है रिपोर्ट आने के उपरांत ही आगे का निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वित्त एंड ठेका कमेटी की बैठक में बीआरटीसी रूट में लाइट लगाने के प्रस्ताव को भी रद्द कर दिया गया।