65 मामलों की हुई सुनवाई

अमृतसर, 13 दिसंबर(राजन): पंजाब राज्य महिला आयोग महिलाओं के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और आयोग पीड़ित महिलाओं की शिकायतों को सप्ताह के सातों दिन सुन रहा है और उनके खिलाफ कार्रवाई कर रहा है.
ये बातें पंजाब महिला आयोग की अध्यक्षा मुनिषा गुलाटी ने पुलिस लाइन में आयोजित लोक अदालत के दौरान पठानकोट, गुरदासपुर, बटाला, तरनतारन और अमृतसर ग्रामीण के 65 मुकदमों की सुनवाई के दौरान कही।अध्यक्षा ने कहा कि आज की समीक्षा के मामलों के दौरान पुलिस को सभी मामलों पर कार्रवाई करने और 15 दिनों के भीतर आयोग को रिपोर्ट करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं।
मुनिशा गुलाटी ने कहा कि पति-पत्नी एक-दूसरे के पूरक हैं और दोनों को एक-दूसरे की जिम्मेदारी समझनी चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज के ताने-बाने को तभी कायम रखा जा सकता है जब पति-पत्नी अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों को पूरी लगन से निभाएं। उन्होंने लोगों से अपील की कि हर रिश्ते का सम्मान किया जाए और लोगों से कॉन्ट्रैक्ट मैरिज से बचने की भी अपील की।पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए मैडम गुलाटी ने कहा कि महिलाओं के हितों की रक्षा के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट बनने चाहिए ताकि महिलाओं को जल्द न्याय मिल सके। उन्होंने कहा कि लोग आयोग के प्रति संयम बरतें। उन्होंने कहा, “न्याय में देरी हो सकती है लेकिन सभी को न्याय मिलेगा।” इस अवसर पर विजय कुमार के अलावा उप निदेशक पुलिस अधिकारी भी उपस्थित थे।