एक्ट के अनुसार सेक्टरी रेंक के अधिकारी के पास होनी चाहिए कमान
अमृतसर, 13 सितम्बर (राजन): नगर निगम का एजेंडा विभाग इस वक्त बेहाल है। पिछले लंबे समय से हुई वित्त एंड ठेका कमेटी की बैठको मे मंजूर किए गए विकास कार्यों के वर्क आर्डर जारी नहीं हो पा रहे हैं। इसके अलावा एजेंडा विभाग द्वारा अपनी बनती विभागीय कार्रवाई सबंधी निगम के किसी विभाग को भी पत्र व्यवहार नहीं कर रहा है। एजेंडा विभाग नगर निगम का एक महत्वपूर्ण विभाग है। एजेंडा विभाग की कमान सुपरिटेंडेंट को दी हुई है। ज़ब विभाग सबंधी किसी तरह की सूचना लेने के लिए उस सुपरिटेंडेंट को बार-बार फोन करने पर भी उसके द्वारा कोई जवाब नहीं दिया जाता है। जबकि एम.सी. एक्ट के अनुसार सेक्टरी रैंक का अधिकारी को इस विभाग की कमान मिलनी चाहिए। अगर नगर निगम में सेक्टरी रेंक का अधिकारी ना हो तो लोकल बॉडी विभाग की मंजूरी लेकर निगम कमिश्नर निगम के निगरान इंजिनियर को एजेंडा विभाग की कमान दे सकता है। ऐसे पहले हुआ भी है। सेक्टरी रेंक का अधिकारी ना होने पर निगरान इंजिनियर को विभाग का इंचार्ज लगाया गया था। इस वक्त तो नगर निगम में 2 सेक्टरी रैंक के अधिकारी मौजूद है। फिर भी एक सुपरिटेडेंट रैंक के अधिकारी को विभाग की कमान दी हुई है।