मास्क न पहनने वालों विरुद्ध पुलिस को सख्ती अपनाने को कहा
अमृतसर, 14 सितम्बर (राजन): कोरोना की मौजूदा स्थिति और संभावी खतरे को देखते हुए डाक्टरी शिक्षा और खोज मंत्री ओ.पी. सोनी ने गुरू नानक देव अस्पताल में कोरोना वार्ड के लिए मौजूदा बैडों की संख्या 300 से बढ़ाकर 500 करने की हिदायत की है। आज कोविड-19 संबंधी ज़िला अधिकारियों जिसमें डिप्टी कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खहरा, पुलिस कमिश्नर डा. सुखचैन सिंह गिल, कमिशनर कोमल मितल, एडिश्नल डिप्टी कमिश्नर रणबीर मूधल, प्रिंसिपल मैडीकल कालेज राजीव देवगन, ए.डी.सी.पी. सरताज चाहल और सन्दीप मलिक, डा. मदन मोहन और अन्य सीनियर अधिकारी उपस्थित थे, के साथ बातचीत करते सोनी ने कहा कि कोरोना अपने शिखर की तरफ बढ़ रहा है और इस स्थिति में हमें ओर तैयारी करने की ज़रूरत है। उन्होने गुरू नानक अस्पताल में अगले 2 दिनों तक 200 बैड ओर लगाकर कोरोना वार्ड की समर्था 500 बैड करने की हिदायत की। उन्होने कहा कि निजी अस्पतालों को भी अपनी समर्था बढ़ाने की अपील की है। इसके इलावा होशियारपुर और नवांशहर से श्री गुरु नानक देव अस्पताल अमृतसर को रैफर किये जा रहे मरीज़ों को पटियाला के रजिन्दरा अस्पताल रैफर करने की हिदायत की गई है, क्योंकि वहां बैड खाली हैं और दोनों जिलों को पटियाला और अमृतसर की दूरी भी लगभग बराबर है।
इसी दौरान उन शहर के अलग -अलग इलाकों का ज़िला आधिकारियों के साथ दौरा भी किया और लोगों की तरफ से इस्तेमाल करी जा रही अणगेहली का गंभीर नोटिस लेते पुलिस आधिकारियों को हिदायत की कि बिना मास्क के घूमते लोगों, दुकानदारों खिलाफ सख्ती की जाए, जिससे कोरोना का फैलाव रोका जा सके।
सोनी ने कहा कि लगातार कोरोना केस शहर में बढ़ रहे हैं, परन्तु यदि लोग अभी भी सेहत विभाग की हिदायतों को अपनी ज़िंदगी का हिस्सा बना लें तो इसमें बड़े स्तर पर रोक लगाई जा सकती है। सोनी ने कहा कि अस्पतालों में आक्सीजन स्पलाई की भी फ़िलहाल कोई कमी नहीं है।
इस अवसर पर डिप्टी कमिश्नर खैहरा ने बताया कि अमृतसर जिले में अब तक 1 लाख 10 हज़ार व्यक्तियों के कोविड-19 टैस्ट हो चुके हैं और अब प्रतिदिन की 2500 के करीब टैस्ट हो रहे हैं। उन्होने बताया कि कुछ दिन गलत प्रचार कारण लोग टैस्ट करवाने से कम हुए थे, परन्तु अब लगातार की जा रही कोशिशों के साथ लोग टैस्ट करवाने के लिए आप आने लगे हैं। उन्होने बताया कि हमारी टीमों द्वारा सरकार की हिदायतों अनुसार कोरोना पाज़ीटिव आए व्यक्तियों को भी घर में रहने की सुविधा दी जा रही है।