
अमृतसर,14 मई (राजन): गांव भगतपुरा में प्राइवेट कलोनाइजर को सस्ते दाम में जमीन बेचने के आरोपों पर पंचायत मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने स्पष्ट किया कि बेची गई जमीन प्राइवेट थी। पंचायत ने सिर्फ रास्तों के लिए जमीन का सौदा किया और उसे बेचने के आदेश भी पिछली कॉन्ग्रेस सरकार ने जारी किए थे।
उल्लेखनीय है कि गत दिवस आम आदमी पार्टी सरकार पर पंचायत की जमीन को कम दामों पर प्राइवेट कॉलोनाइजर को सस्ते रेट में बेचने के इलजाम लगाए जा रहे थे। मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने शनिवार ही पूरी फाइल देखने के बाद कहा कि यह जमीन पंचायत की नहीं थी । इतना ही नहीं, पंचायत ने जमीन के बीच में आने वाले रास्तों का सौदा किया है। उसके लिए भी उन्होंने पूरे मापदंडों की पालना की है और उनकी सरकार बनने से पहले ही रास्तों की जमीन को बेचने के आदेश उन्हें मिल चुके थे।
कुलदीप धालीवाल ने कहा कि जब उन्होंने फाइल को देखा तो पाया कि जमीन प्राइवेट थी और मालिकाना हक वालों ने ही कोलोराइज्ड को जमीन बेची।सरकार पर लगाए जा रहे इलजाम पूरी तरह से गलत हैं।
मंत्री धालीवाल ने स्पष्ट किया कि जमीन के बीच में कुछ रास्ते आते थे। रास्तों पर पंचायत का हक होता है। इसे देखते हुए पंचायत ने उनका सौदा किया, लेकिन उसके लिए भी सरकार ने 2015 को सरकार को लिखा था। उनकी सरकार बनने से 10 दिन पहले ही सरकार की तरफ से उन्हें जमीन बेच देने की अनुमति जारी कर दी गई थी