कृषि मेले मौके किसानों के साथ की विचार-चर्चा
अमृतसर, 18 सितम्बर (राजन): कोरोना कारण पहली बार डिजिटल तौर पर करवाए गए किसान मेलो मौके किसानों के साथ विचारों की सांझ डालते शहरी विकास मंत्री सुखबिन्दर सिंह सरकारिया ने कहा कि केंद्र की सरकार की तरफ से नये बनाऐ जा रहे कृषि कानून केवल पंजाब की ही नहीं, बलिक भारत की कृषि को बरबाद करके रख देंगे। इसके साथ-साथ आम लोगों को महँगाई की बड़ी मार का सामना भी इस नये कानून कारण करना पड़ेगा, क्योंकि किसान की तरफ से पैदा किये अनाज, सब्जियों और तेल बीज तो हर घर की ज़रूरत हैं।
उन्होने कहा कि इसके साथ सरकारों का कंट्रोल फसलों की खरीद से हट जायेगा और बड़ी जागीरदार कंपनियों के हाथ आ जाएगा। वह जितना चाहे यह अनाज भंडार कर सकेंगी। इस के साथ एक तो पहले एक-दो साल किसान को सरकार की तरफ से तय किया सरकारी रेट मिलेगा और हो सकता है कि व्यापारी उसकी अपेक्षा भी अधिक किसानों को झाँसो में लेने के लिए दे दें, परन्तु उसके बाद में जब सरकार की मंडी व्यवस्था पूरी तरह फेल हो गई, तो सरकार ने कम से -कम समर्थन मूल्य का ऐलान नहीं करना और न ही खरीद की, तो व्यापारी अपने मूल्य पर किसान के पास से फसलों उसकी मजबूरी का फ़ायदा लेता हुआ छीनेगा। यहाँ ही बस नहीं यह व्यापारी फसलें भंडार करके ज़रूरत समय पर अपने मूल्य पर बेचेंगे और लोगों को पापी पेट की भूख बुझाने के लिए मुँह माँगे मूल्य पर यह अनाज ख़रीदना भी पड़ेगा। उन्होने कहा कि इस तरह यह कानून केवल किसान विरोधी ही नहीं, बल्कि समूचे भारतियों विरुद्ध है। एक तो किसान के पास पैसा कम आने के साथ उसकी खरीद शक्ति सिमट कर रह जाएगी, जिसके साथ भारत का बाज़ार बंद होने किनारे पहुँच जायेगा, दूसरा अनाज और अन्य वस्तुओं के भाव आसमान पहुंच जाने के कारण आम लोगों को रोटी के लाले पड़ जाएंगे। सरकारिया ने कहा कि इसलिए ऐसे काले कानूनों का विरोध हम सभी को करना चाहिए, न कि केवल किसान को।
उन्होने कहा कि केंद्र सरकार ने प्रदेश सरकार की इस बात में कोई दलील या अपील नहीं सुनी, बल्कि एक तरफा यह कानून थोप कर राज्यों के अधिकारों पर भी डाका मारा है। उन्होने समूह पंजाबियों से अपील की कि वह इन काले कानूनों का शांतमय तरीको के साथ विरोध कर केंद्र सरकार को ऐसे मारू फ़ैसले वापस लेने के लिए मजबूर किया जाए। इस अवसर पर अन्यों के अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खैहरा, चेयरमैन सुखजिन्दरराज सिंह लाली मजीठिया, डिप्टी मेयर रमन बख्शी, चेयरमैन दिलराज सिंह सरकारिया, शहरी कांग्रेस प्रधान जतिन्दर सोनिया, देहाती प्रधान भगवंतपाल सिंह सच्चर, एस.डी.एम. शिवराज सिंह बल्ल और अन्य सीनियर अधिकारी और नेता उपस्थित थे। जिला खेती अधिकारी गुरदयाल सिंह बल्ल ने जहाँ आए सभी मेहमानों को स्वागतम कहा वही विभाग की कोरोना संकट के बावजूद प्राप्तियाँ भी सांझी की।
बाग़बानी के डिप्टी डायरैक्टर गुरिन्दर सिंह धंजल ने इस मौके सरकारिया से घरेलू बग़ीची जिसमें किसानों के साथ-साथ आम लोगों को घरों में हरी सब्जियां बीजने के लिए उत्साहित करने के लिए बीज किट्ट भी जारी करवाई, जोकि विभाग के पास से प्राप्त की जा सकती है।