
अमृतसर, 26 मार्च (राजन):प्रधानमंत्री ने दंपती से बातचीत के बाद घोषणा करते हुए भारत में ट्रांसप्लांट के लिए डोमिसाइल की शर्त को भी खत्म कर दिया। उन्होंने कहा कि देश में अब कोई भी किसी भी राज्य में जाकर बिना झिझक ट्रांसप्लांट करवा सकता है।सुखबीर व सुप्रीत ने अपनी 39 दिन की बच्ची की मौत के बाद अंगदान का निर्णय लेकर दूसरे को नया जीवन दिया। यह निर्णय आसान नहीं था, लेकिन दंपती ने हिम्मत दिखाई। उनकी बच्ची की किडनी का पीजीआई में ट्रांसप्लांट किया गया। उसकी दोनों किडनी से किसी दूसरे इंसान को नया जीवन मिला। प्रधानमंत्री से मन की बात बातचीत करते हुए दंपती ने कहा कि उनकी बच्ची किसी दूसरे को ही जीवन देने के लिए आई थी।
28 अक्टूबर 2022 को हुआ था जन्म
पंजाब के अमृतसर के रहने वाले एग्रीकल्चर डिवेल्पमेंट ऑफिसर सुखबीर सिंह संधू और प्रोफेसर सुप्रीत कौर के घर 28 अक्तूबर को बच्ची का जन्म लिया था। दोनों ने प्यार से उसका नाम अबाबत कौर संधू रखा। 24 दिन तक वह पूरी तरह से ठीक थी, लेकिन अचानक उसे अटैक आ गया। डॉक्टर्स के कहने पर वे बच्ची को PGI चंडीगढ़ ले गए। PGI के डॉक्टरों ने जांच में पाया कि उसके दिमाग तक खून नहीं पहुंच पा रहा है। वह अधिक समय तक जिंदा नहीं रह सकेगी और कुछ समय बाद दिसंबर 2022 को अबाबत कौर ने दुनिया का अलविदा कह दिया।
पीजीआई में ही किया गया ट्रांसप्लांट
दुख की इस घड़ी में भी दंपति ने इंसानियत का सोचा। उन्होंने अंगदान करने का फैसला किया। PGI की टीम भी तैयार हो गई। बिना देरी किए बच्ची की किडनी दो घंटे के ऑपरेशन में ट्रांसप्लांट सर्जन प्रो. आशीष शर्मा की टीम को सफलता मिली और अबाबत की किडनी से पटियाला जिले के एक 15 वर्षीय किशोर में ट्रांसप्लांट किया गया।
विश्व व भारत के यंगेस्ट डोनर यूके की होप ली
सबसे कम उम्र की अंग दाता न्यूमार्केट, यूके की होप ली हैं, जिन्होंने 24 नवंबर 2015 को अपने जन्म के 74 मिनट बाद ही अपने गुर्दे और लीवर सैल को दान कर दिया था। इससे पहले सबसे कम उम्र के डोनर टेडी हौल्स्टन थे, जो सिर्फ 100 मिनट तक जीवित रहे। अबाबत से पहले भारत में सबसे छोटी उम्र का आर्गन डोनर 16 महीने का रिशांत था। 17 अगस्त 2022 को गिरने से दिमाग डैड हो गया था। जिसके बाद परिवार ने उसके आर्गन डोनेट किए थे।
‘अमृतसर न्यूज़ अपडेटस” की व्हाट्सएप पर खबर पढ़ने के लिए ग्रुप ज्वाइन कर