अमृतसर,15 अप्रैल (राजन):श्री दुर्ग्याणा तीर्थ के शिवपुरी (श्मशानघाट) में होने वाले शवों के संस्कार से पैदा होते प्रदूषण से प्रभावित हवा को शुद्ध करने के लिए वायु मित्र एयर प्यूरीफायर स्थापित किया गया है। बैसाखी के मौके पर अहम प्रोजेक्ट को चंडीगढ़ के एक.वकील परिवार ने भेंट किया है।यह प्रोजेक्ट माता कुशल चौधरी तथा पिता एडवोकेट कुंदन लाल चौधरी की याद को समर्पित है। करीब 12 लाख की कीमत वाला यह प्लांट 24 घंटे में 30 हजार क्यूबिक मीटर हवा को फिल्टर करेगा। दुर्ग्याणा में लगा प्लांट वायु मंडल की हवा को अपने भीतर खींचेगा और उसमें मौजूद हानिकारक कण अपने भीतर करके बाकी शुद्ध हवा को बाहर फैंकेगा। इसमें लगा हेपा फिल्टर एयरबोर्न पोलुटेंट्स को 99.97% तक और वायरस, एलर्जेंस को 99.99% तक खत्म कर देता है। यही नहीं बल्कि यह 0.3 माइक्रॉन साइज तक के पोलुटेंट्स को भी फिल्टर कर देता
रोजाना शव दाह में लगती है 70-80 क्विंटल लकड़ी
श्री दुर्ग्याणा तीर्थ का श्मशानघाट अब आबादी के भीतर आ चुका है। यहां पर रोजाना औसतन.24-25 शवों का संस्कार होता है। यानी कि रोज 70-80 क्विंटल लकड़ी शव दाह में लगती है।.विगत में इससे पैदा होने वाले प्रदूषण को लेकर कई बार मसला खड़ा हो चुका है।हालांकि लकड़ी कम जले इसलिए मंदिर कमेटी.ने यहां पर इलेक्ट्रिक शवदाह प्लांट लगाया है। लेकिन पुरातन परंपराओं और मान्यताओं के चलते इसमें लोग संस्कार बहुत कम करते हैं।
प्रदूषित हवा से सांस से जुड़ी काफी परेशानियां
प्रदूषित हवा से सांस से जुड़ी काफी परेशानियां खड़ी होती हैं। लंग्स, लीवर समेत पूरी बॉडी पर ही इसका बुरा असर होता है। यही कारण है कि अब लोग इस तरह के छोटे प्लांट घरों में भी लगाने लगे हैं। प्रोजेक्ट के उद्घाटनी के मौके पर वकील परिवार के मेंबरों के अलावा मंदिर कमेटी की प्रधान प्रो. लक्ष्मीकांत चावला, महासचिव अरुण खन्ना, वित्त सचिव विमल अरोड़ा आदि उपस्थित थे।
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