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आरटीआई एक्विस्ट के धरने पर बैठने पर हुआ विवाद,नगर निगम परिसर बना बहस का अखाडा

निगम परिसर में आपस में बहस बाजी करते हुए

अमृतसर 11 नवंबर (राजन): नगर निगम के मुख्य कार्यलय रंजीत एवेन्यू स्थित निगम परिसर एक विवाद  बन गया।  आज साय : एक आरटीआई एक्टिविस्ट सुरेश शर्मा द्वारा निगम परिसर में धरना दे दिया कि उनके द्वारा  ली गई जानकारी के मुताबिक एक बड़ी बिल्डिंग पर निगम प्रशासन करवाई नहीं कर रहा है। सुरेश शर्मा अकेले निगम परिसर में धरना  लगाकर बैठ गए। उसी तरह एक प्रॉपर्टी डीलर एसोसिएशन के प्रधान गुरदेव सिंह जज्जी  अपने साथियों सहित निगम परिसर में आए।  उन्होंने सुरेश  शर्मा पर गंभीर आरोप लगाने शुरू  कर दिए।  आरोपों  के बीच गुरदीप सिंह जज्जी  व सुरेश  शर्मा के बीच जमकर बहस बाजी हुई। इस दौरान गुरदेव सिंह जज्जी व उनके साथियो  दोबारा ब्लैकमेलर मुर्दाबाद व अन्य कई तरह के नारेबाजी भी करनी शुरू कर दी गई।  सारा विवाद चलता रहा। सुरेश शर्मा ने कहा कि लारेंस रोड स्थित एक कमर्शियल बिल्डिंग पर कार्रवाई करने के लिए हाईकोर्ट के आदेश है,  उनके द्वारा बार-बार मांग की गई है कि बिल्डिंग के अवैध निर्माणों को गिराया जाए। इस संबंध में उन्होंने निगम प्रशासन को पत्र  भी दिया गया है कि अगर ना कार्रवाई हुई तो वह धरने पर बैठेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि गुरदेव सिंह जज्जी के विरुद्ध भी उनके द्वारा शिकायतें की हुईं है।सुरेश शर्मा ने कहा कि सन 2005 से उनको  अधिकार मिला हुआ है कोई भी सूचना ले सकते हैं।  उनकी आवाज को दबा  गुंडागर्दी की जा रही है।
दूसरी ओर गुरदेव  सिंह जज्जी  व उनके साथियों ने सुरेश शर्मा पर कड़े आरोप लगाए कि पिछले कई वर्षों से सुरेश  शर्मा ने यह धंधा बनाया हुआ है कि आरटीआई डालकर लोगों को कथित ब्लैकमेल कर सौदा करके राशि वसूली जाती है। उन्होंने कहा कि प्रॉपर्टी  व्यवसाय करने वाले उनके सदस्यों को भी सुरेश  शर्मा  कथित तौर पर ब्लैकमेल करके सौदा करते हैं।  उन्होंने  कहा कि शहर मे कोरोना कॉल के कारण पहले ही बिजनेस ठप्प पड़े हुए हैं।  दूसरी ओर सुरेश शर्मा की कथित  ब्लैकमेलिंग से व्यवसाय तबाह हो रहे हैं। उन्होंने  कहा कि निगम परिसर में धरना नहीं कर सकते।  निगम परिसर से 100 मीटर दूर धरना लग सकता है। उन्होंने  कहा कि वह  शर्मा द्वारा चलाई गई दुकानदारी को बंद करवाने के लिए यहां आए हैं।   उन्होंने कहा कि शर्मा बताएं कि आज तक 150 से अधिक आर टी आई डाल चुके हैं।  जबाब आने  के उपरांत किन-किन अधिकारियों तथा किन-किन लोगों के विरुद्ध कार्रवाईया  करवाई है। आरटीआई डालने के बाद समझौता कर  धंधा  चलाया जा रहा है। यह सारा विवाद  नगर निगम कार्यालय में आ जा रहे लोग तथा निगम अधिकारी देखते रहे।
इसी बीच सीनियर डिप्टी मेयर रमन  बख्शीपार्षद महेश खन्ना, पार्षद पति  संजीव  टांगरी निगम कार्यालय में आए। उन्होंने निगम परिसर के   मुख्य गेट पर भीड़ एकत्रित देखकर मौके पर उपस्थित पुलिस अधिकारियों से कहा कि निगम परिसर में कोई भी धरना नहीं दे सकता। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को कहा  कि ऐसे धरने नहीं लगने  चाहिए। सीनियर डिप्टी मेयर रमन बख्शी  व पार्षदों ने कहा कि पहले भी इस तरह के धरने निगम परिसर में हो रहे हैं जो बिल्कुल गलत  हैं।  इन धरनो  को समाप्त करवाया जाए।  आगे से भी निगम परिसर में किसी तरह का भी कोई धरना ना लग पाए।

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