
अमृतसर, 16 जून (राजन):सिखों के सर्वोच्च श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को बदल दिया गया है। उनकी जगह अब ज्ञानी रघुबीर सिंह श्री अकाल जख्त के नए व स्थायी जत्थेदार होंगे। वे अभी तक तख्त श्री केशगढ़ साहिब के जत्थेदार थे। अब तख्त श्री केशगढ़ साहिब के नए जत्थेदार ज्ञानी सुल्तान सिंह होंगे। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की अंतरिम कमेटी की बैठक इमरजेंसी मीटिंग में इस बारे में फैसला लिया जा रहा है। प्रेस कांफ्रेंस में एसजीपीसी प्रधान एडवाकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने यह पद स्व:इच्छा से छोड़ा है। बैठक से पहले ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने उनसे फोन पर भी बात की है। एडवोकेट धामी के अनुसार- ज्ञानी हरप्रीत सिंह अस्थायी जत्थेदार थे और साथ ही श्री दमदमा साहिब की सेवाएं भी निभा रहे थे। ऐसे में संगत भी स्थायी जत्थेदार चुने जाने की मांग कर रही थी। वहीं कुछ समय पहले ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने भी स्थायी जत्थेदार नियुक्त करने की इच्छा
जाहिर की थी। जिसके बाद अब ज्ञानी रघुबीर सिंह को स्थायी जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब नियुक्त कर दिया गया है। इसके साथ-साथ ज्ञानी रघुबीर सिंह श्री दरबार साहिब के हेड ग्रंथी के तौर पर भी अतिरिक्त सेवाएं निभाएंगे। वहीं ज्ञानी रघुबीर सिंह की जगह तख्त श्री केशगढ़ साहिब के जत्थेदार के तौर पर ज्ञानी सुल्तान सिंह को नियुक्त किया गया है और वे हेड ग्रंथी श्री केशगढ़ साहिब के तौर पर अतिरिक्त सेवाएं निभाएंगे। इन सभी के साथ ज्ञानी हरप्रीत सिंह श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार बने रहेंगे।
इस नियुक्ति को विवादों से दूर रखा जाए
बीते लंबे समय से ज्ञानी हरप्रीत सिंह को हटाने की कोशिशों जारी थी। ज्ञानी हरप्रीत सिंह को लेकर अकाली दल काफी समय से नाराज था। सबसे ज्यादा नाराजगी उनके आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा की सगाई में जाने को लेकर हुई। इसके अलावा ज्ञानी हरप्रीत सिंह लगातार अकाली दल के पंथ को छोड़ राजनीतिक हितों की तरफ झुकाव पर सवाल खड़े कर रहे थे। इन विवादों के बीच हुई नई नियुक्तियों को एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने विवादों से दूर रखने का आग्रह किया है। उनका कहना है कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह की तरफ से यह पद स्व:इच्छा से छोड़ा गया है।
2017 से पहले स्वर्ण मंदिर के हेड ग्रंथी थे ज्ञानी रघुबीर सिंह
ज्ञानी रघुबीर सिंह की बात करें तो 2017 से पहले वह स्वर्ण मंदिर के हेड ग्रंथी थे। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने अगस्त 2017 को ज्ञानी रघुबीर सिंह को तख्त केसगढ़ साहिब का कार्यवाहक जत्थेदार नियुक्त किया था। तब उन्होंने तख्त केसगढ़ साहिब के प्रमुख ग्रंथी ज्ञानी फूला सिंह का स्थान लिया था, जिन्हें ज्ञानी मल सिंह के निधन के बाद तख्त का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था। 6 साल बाद अब उन्हें श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार का कार्यभार संभालने के लिए दिया गया है।
दमदमा साहिब के बने रहेंगे जत्थेदार
ज्ञानी हरप्रीत सिंह के पास श्री अकाल तख्त साहिब का अतिरिक्त कार्यभार था। वे तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार था। अब नए फैसले के बाद वह तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार बने रहेंगे। उन्होंने बतौर अकाल तख्त जत्थेदार आखिरी संबोधन ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर 6 जून को किया था।
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