मांगे ना मांने जाने पर करेंगे सोमवार से पूर्ण हड़ताल

अमृतसर,16 जून (राजन): नगर निगम की सफाई मजदूर यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर निगम कमिश्नर संदीप ऋषि को 72 घंटे का नोटिस दिया है। यूनियन के सरपरस्त केवल कुमार, प्रधान विनोद बिट्टा, महासचिव सुरेंद्र टोना ने कहा कि पिछले लंबे समय से उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा, अगर उनकी मांगे ना पूरी की गई तो सोमवार से नगर निगम में पूर्ण हड़ताल की जाएगी। विनोद बिट्टा और सुरेंद्र टोना ने कहा कि सफाई कर्मचारियों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि अमृतसर शहर के 5 विधायक हैं। इन विधायकों ने भी सफाई कर्मियों की कभी सुध नहीं ली है। जब चुनाव आते हैं, सब वोट लेने के लिए सफाई कर्मचारी यूनियन के पास आ जाते हैं। उन्होंने कहा कि आज के नोटिस में यूनियन ने अपनी 10 मुख्य मांगे रखी गई है, अगर इन मांगों को पूरा नहीं किया गया तो नगर निगम में पूर्ण हड़ताल की जाएगी। इसके बावजूद भी अगर मांगे ना मानी गई तो यूनियन सड़कों पर उतर कर रोष प्रदर्शन और धरने देगी।
मांग पत्र में रखी गई मांगे
ठेके के आधार पर 576 सफाई कर्मियों को नियुक्ति पत्र दिए जाए
यूनियन के नेताओं ने कहा कि कई दिन पहले यूनियन के द्वारा मुख्यमंत्री और लोकल बॉडी मंत्री से मिलकर मांग पूरी करवाई कि नगर निगम में ठेके के आधार पर 576 सफाई कर्मियों को नौकरी दी जानी है। इसकी कमेटी बनी। कई दिन तक कमेटी द्वारा मीटिंग करके जांच पड़ताल के उपरांत 576 सफाई कर्मियों को नौकरी देने के लिए सारी कार्रवाई पूरी कर ली गई है। अब 576 सफाई कर्मी को नौकरी दी जानी है, नियुक्ति पत्र देने के लिए किसका इंतजार किया जा रहा है। जल्द नियुक्ति पत्र जारी किए जाए।
तरस के आधार पर क्यों नहीं दी जा रही नौकरियां ?

यूनियन नेताओं ने कहा कि तरस के आधार पर नौकरी लेने वालों को धक्के खाने पड़ रहे हैं। एक तो उनके परिवार का सदस्य नौकरी दौरान मृत्यु प्राप्त करता है, दूसरा नौकरी प्राप्त करने के लिए लंबे लंबे समय तक निगम कार्यालय का मुंह देखना पड़ता है। उन्होंने कहा कि पिछले कई महीनों से तरस के आधार पर नौकरियां देने के लिए वेरिफिकेशन पूरी हो चुकी है, जिसमें अधिकांश सफाई सेवक ही हैं। उनको नौकरी देने के लिए नगर निगम प्रशासन किसका इंतजार कर रहा है। जिनके केस वेरीफाई हो चुके हैं उनको तुरंत प्रभाव से नौकरी के नियुक्ति पत्र दिए जाएं या फिर यूनियन को बताया जाए निगम प्रशासन को किसके आदेश मिले हैं कि केस वेरीफाई होने के बावजूद भी नौकरियां देने के लिए नियुक्ति पत्र नहीं दिए जा रहे।
सफाई कर्मियों को वेतन 7 तारीख तक मिले

यूनियन नेताओं ने कहा कि पिछले लंबे समय से उनकी मांग रही है कि सफाई कर्मियों को हर महीने की 7 तारीख तक हर हालत में वेतन जारी किया जाए। इसके बावजूद भी सफाई कर्मचारियों को 7 तारीख तक वेतन नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि आज 16 तारीख हो चुकी है किंतु अभी तक अधिकतर सफाई सेवकों को वेतन जारी नहीं हुआ है।
सफाई सेवकों के खाली पड़े पद भरे जाएं
यूनियन नेताओं ने कहा कि पिछले लंबे समय से उनकी मांग चल रही है कि सफाई सेवकों के खाली पड़े पद भरे जाएं। उन्होंने कहा कि शहर का क्षेत्रफल और जनसंख्या काफी बढ़ चुकी है। किंतु सफाई सेवकों की संख्या घट रही है। उन्होंने कहा कि पक्के तौर पर सफाई सेवकों की नगर निगम में इस वक्त संख्या लगभग 1400 हैं। जिस तरह से शहर का विस्तार हो चुका है पक्के तौर पर सफाई सेवकों की संख्या 3000 से ऊपर होनी चाहिए।
पीएफ,ईपीएफ और इंक्रीमेंट समय अवधि में पूरा हो
यूनियन नेताओं ने कहा कि सेहत विभाग में सभी मुलाजिमों का इंक्रीमेंट और 4-9-14 कभी भी समय अनुसार नहीं लगता। मुलाजिमों को मात्र आश्वासन मिलता है । उन्होंने कहा कि मुलाजिमों का प्रोविडेंट फंड( पीएफ) और इपीएफ की बकाया कॉपी को जल्द से जल्द भरा जाए। निगम कमिश्नर को मांग पत्र देते वक्त वहां पर मौजूद सफाई सेवकों ने इंक्रीमेंट और पीएफ लगाने के एवज में उनसे कुछ अधिकारियों द्वारा रिश्वत मांगने के भी आरोप लगाए गए। उन्होंने कहा कि जमादारो की खाली पड़ी पोस्ट भी जल्द भरी जाए। यूनियन नेताओं ने कहा कि 168 सीवरमैनो पक्के तौर पर नियुक्ति पत्र मिल चुके हैं और शेष रहते 20 सीवरमैन को भी पक्के तौर पर नियुक्ति पत्र दिए जाए। सफाई कर्मचारियों को वर्दियों की राशि भी जल्द मुहैया करवाई जाए। नेताओं ने कहा कि यूनियन द्वारा सदैव पंजाब सरकार और निगम प्रशासन को सहयोग दिया जाता है, अब पंजाब सरकार और निगम प्रशासन युनियन को सहयोग दें।
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