
अमृतसर, 4 नवंबर :माननीय सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश संजय किशन कौल, जो राष्ट्रीय कानूनी सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष भी हैं, ने खालसा कॉलेज में ‘पंजाब के नशा विरोधी अभियान में युवाओं की भूमिका’ विषय पर एक सेमिनार को संबोधित किया। संजय किशन कौल ने कहा कि दुनिया में कई तरह के युद्ध चल रहे हैं, उन्हीं युद्धों में से एक है नशा। उन्होंने कहा कि दुश्मन ताकतें हमारी भावी पीढ़ियों को नष्ट करने के लिए नशीली दवाओं की आपूर्ति के रूप में लड़ रही हैं। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ पंजाब की समस्या नहीं है, बल्कि सभी सीमावर्ती राज्य इस संकट से जूझ रहे हैं।अपने कश्मीर दौरे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वहां भी युवाओं को नशे की लत लगाई जा रही है और दूसरी सीमा से लगे बेल्ट में खांसी की दवा के रूप में नशे की सप्लाई की जा रही है। पंजाब राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण और जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण द्वारा आयोजित इस सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में आए जस्टिस कौल ने खालसा कॉलेज के इतिहास और इमारत की सराहना करते हुए यहां पढ़ने वाले बच्चों को बधाई दी। उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि पंजाबी पत्थरों से पानी निकालने के लिए जाने जाते हैं और ऐसे मेहनती देश के भविष्य के तौर पर आपको शिक्षा और स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवाओं को इलेक्ट्रॉनिक्स की दुनिया से निकालकर शिक्षा के साथ-साथ खेल, समूह गतिविधियों, समाज सेवा में लगाने की जरूरत है। कौल ने अभिभावकों को बच्चों पर नजर रखने और पुलिस को स्कूल-कॉलेजों पर कड़ी नजर रखने की सलाह भी दी। उन्होंने कहा कि जो बच्चा पढ़ाई में कमजोर है उसे उसकी कुशलता के अनुसार कला, खेल, संगीत आदि में काम करने देना चाहिए। कौल ने कहा कि मैं 2013 में पंजाब में अपनी पोस्टिंग के दौरान भी अमृतसर में माथा टेकने आया था और अब जब मेरी सेवानिवृत्ति नजदीक है तो मुझे अमृतसर आने का सौभाग्य मिला है।
नशे के खिलाफ पुलिस कमिश्नर अमृतसर का अभियान एक रचनात्मक कदम

पंजाब विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष एवं पंजाब हरियाणा उच्च न्यायालय के माननीय न्यायाधीश गुरमीत सिंह संधावालिया ने अतिथियों का स्वागत करते हुए अफगानिस्तान से पाकिस्तान के रास्ते भारत में आ रही बीमारी का जिक्र करते हुए विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा किये गये प्रयासों की सराहना की। उन्होंने पुलिस कमिश्नर नौनिहाल सिंह द्वारा अमृतसर में शुरू किए गए नशा विरोधी अभियान ‘होप’ का जिक्र करते हुए उनकी सराहना की और कहा कि अब मलेरकोटला, पटियाला और अन्य जिलों में भी इस विषय पर काम किया जा रहा है, जो एक अच्छी शुरुआत है।
नशे की सप्लाई के साथ-साथ इसकी मांग पर रोक लगाना भी जरूरी

पुलिस कमिश्नर श्री नौनिहाल सिंह ने पंजाब पुलिस द्वारा नशे की बरामदगी के आंकड़े बताते हुए कहा कि सिर्फ हमारी बरामदगी से नशे को खत्म नहीं किया जा सकता, नशे की मांग को रोकना जरूरी है। उन्होंने अमृतसर पुलिस द्वारा शुरू किए गए नशा विरोधी अभियान ‘होप’ के बारे में बताया और कहा कि हम ईश्वर की इच्छा, बच्चों के संकल्प और खेलों में उनकी भागीदारी से नशे की मांग को कम करने का प्रयास कर रहे हैं और भविष्य में इसके अच्छे परिणाम आएंगे।
बीएसएफ ने 5 साल में पकड़ी 2000 किलो से ज्यादा हेरोइन

बीएसएफ आईजी डॉ. अतुल फुलजिले ने कहा कि हमने पिछले पांच सालों में सीमा पार से 2000 किलोग्राम से ज्यादा ड्रग्स जब्त किया है, लेकिन जब तक पंजाब के युवा इसे रोकने के लिए आगे नहीं आते, इसकी मांग नहीं रुकती, तब तक यह पूरी बात नहीं है. .बन सकता है उन्होंने युवाओं को पंजाब के युवाओं को अच्छी सोच, अच्छे दोस्त और अच्छा स्वास्थ्य बनाने का निमंत्रण दिया। इस मौके पर उन्होंने नशा छोड़कर मुख्यधारा में वापसी की. गुरजीत सिंह संधू ने आप बीती सुनाते हुए नशे की लत के शिकार युवाओं से कहा कि अगर आप नशा छोड़ने के लिए आगे आएं तो मैं भी आपकी मदद करने को तैयार हूं. पंजाब राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव सह सत्र न्यायाधीश मोहाली मनजिंदर सिंह ने मेहमानों का धन्यवाद किया और प्राधिकरण से ऐसे प्रयास जारी रखने को कहा।

इस अवसर पर अन्य लोगों के अलावा पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय की कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मैडम रितु बाहरी और न्यायमूर्ति अरुण पाली, न्यायमूर्ति हरसिमरन सिंह सेठी, न्यायमूर्ति अमन चौधरी, न्यायमूर्ति हरप्रीत कौर जीवन, सदस्य सचिव संतोष स्नेही मान, जिला एवं सत्र न्यायाधीश हरप्रीत कौर रंधावा, सदस्य सचिव मनजिंदर सिंह, डीआइजी नरेंद्र भार्गव, डिप्टी कमिश्नर घनशाम थोरी, एसएसपी सतिंदर सिंह, एडीसी हरप्रीत सिंह, प्रिंसिपल महल सिंह, जिला अटॉर्नी प्रमोद शर्मा, उप जिला अटॉर्नी अमृतपाल सिंह खैरा, डीए लीगल अमरपाल सिंह और अन्य हस्तियां भी उपस्थित थीं।
‘अमृतसर न्यूज़ अपडेटस” की व्हाट्सएप पर खबर पढ़ने के लिए ग्रुप ज्वाइन कर