Breaking News

माझे के गदरियों की याद में हम उनके गांवों का करवाया जाएगा विकास : धालीवाल

करतार सिंह सराभा और उनके साथियों को श्रद्धांजलि देते कैबिनेट मंत्री स.कुलदीप सिंह धालीवाल, डिप्टी कमिश्नर घनशाम थोरी व अन्य। 

अमृतसर, 15 अगस्त :‘माझे की धरती ने गदर आंदोलन में बहुत बड़ा योगदान दिया है, ऐसे शहीदों ने न सिर्फ आजादी की लड़ाई में हिस्सा लिया बल्कि देशवासियों को आजादी का मतलब भी समझाया, जिससे लोगों को गदर का समर्थन मिला। जो देश को आज़ाद कराने के लिए बहुत ज़रूरी था। कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने सरदार करतार सिंह सराभा के साथ शहीद हुए 6 ग़दरियों की याद में अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर कॉम्प्लेक्स में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया, जिनमें से 3 गुरवाली गांव से और एक सुर सिंह गांव से थे। उल्लेखनीय है कि उक्त शहीदों की याद में सरकारी स्तर पर यह पहला समारोह आयोजित किया गया था और समारोह में शहीदों के परिजनों को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था।कैबिनेट मंत्री धालीवाल ने कहा कि सराभा की याद में हम हर साल समारोह आयोजित करते हैं, लेकिन उनके साथ शहीद हुए  बख्शीस सिंह, सुरेन सिंह बड़ा और सुरेन सिंह छोटा (गुरवाली गांव से तीन),  जगत सिंह गांव सुरसिंह,  मैंने सियालकोट के हरनाम सिंह और महाराष्ट्र के विष्णु गणेश पिंगले को कभी याद नहीं किया, इसलिए आज इतने सारे शहीदों को याद करके मुझे बहुत खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में योगदान देने वाले शहीदों की याद में उनके गांवों का विकास किया जाएगा, इसके अलावा उनके गांवों का नाम शहीदों के नाम पर रखा जाएगा।उन्होंने पंजाब के सभी लोगों को सरदार सिंह सराभा के जीवन पर बनी फिल्म ‘सराभा’ देखने के लिए आमंत्रित किया और घोषणा की कि जिस दिन फिल्म रिलीज होगी, उस दिन वह अपने यहां अजनाला के सरकारी स्कूल के बच्चों को अपने खर्चे पर यह फिल्म दिखाएंगे। 

उन्होंने गुरुवाली गांव को अपने अखितरी फंड से 10 लाख रुपये देने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान शहीदों के सपनों का पंजाब बनाना चाहते हैं और यह तभी संभव होगा जब हम सभी में राष्ट्रवाद जागेगा। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के विचारों को जीवित रखने से यह संभव है और हम उस लौ को फिर से जगाने के लिए हर हथकंडा अपनाएंगे। इस अवसर पर बोलते हुए, डिप्टी कमिश्नर  घनशाम थोरी ने कहा कि पंजाब ने सबसे पहले अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष छेड़ा था और इतिहास इस बात का गवाह है कि 1840 से पंजाबियों ने अंग्रेजों से लोहा लेना शुरू कर दिया था और इसी के कारण पूरे देश में यह जागृति आई।  उन्होंने कहा कि पंजाबी अदम्य योद्धाओं की भूमि है और पूरे देश को पंजाब पर गर्व है। कार्यक्रम में डॉ. बलजीत सिंह ने माझे की घदरी के बारे में विस्तार से बताया। अन्यों के अलावा, अतिरिक्त उपायुक्त  हरप्रीत सिंह, आप प्रवक्ता  जसकरण सिंह बदेशा, आप शहरी अध्यक्ष मुनीश अग्रवाल, डी ई ओ सुशील तुली और स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों से ज्ञान सिंह सागू, अमरजीत सिंह भाटिया, सुरिंदर सिंह उपस्थित थे। इस मौके पर आहूजा, लखबीर सिंह बागी, ​​करमजीत सिंह केपी, राज कुमार, सुरिंदर कुमार, सुखविंदर सिंह, बलदेव सिंह भिट्टेवड भी मौजूद थे।

‘अमृतसर न्यूज़ अपडेटस” की व्हाट्सएप पर खबर पढ़ने के लिए ग्रुप ज्वाइन करें

https://chat.whatsapp.com/D2aYY6rRIcJI0zIJlCcgvG

‘अमृतसर न्यूज़ अपडेटस” की खबर पढ़ने के लिए ट्विटर हैंडल को फॉलो करें

https://twitter.com/AgencyRajan

About amritsar news

Check Also

खाद्य सुरक्षा विभाग ने नामित डेयरियों और मिठाई की दुकानों पर शिकंजा कसा

रेस्तरां व मिठाई की दुकानों की जांच करती खाद्य सुरक्षा अधिकारी कमलदीप कौर। अमृतसर, 22 …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *