अमृतसर, 24 जून : जिले में 7वीं बटालियन एनडीआरएफ द्वारा 1 जुलाई से 13 जुलाई तक प्राकृतिक आपदा की स्थिति से निपटने के लिए किस तरह का रेस्क्यू किया जाए और लोगों की जान कैसे बचाई जाए, इसके लिए अलग-अलग प्रशिक्षण आयोजित किए जाएंगे। इस संबंध में एनडीआरएफ और विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक में अपर उपायुक्त निकास कुमार ने कहा कि दो सप्ताह के इस प्रशिक्षण में एनडीआरएफ भूकंप, बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए लोगों को जागरूक किया जायेगा ऐसी स्थितियों से निपटने और जीवन रक्षक तकनीकों के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस दौरान एनडीआरएफ प्रत्येक ब्लॉक के स्कूलों में बच्चों को प्राकृतिक आपदाओं से बचने के बारे में भी जागरूक करेगी। उन्होंने एनडीआरएफ के अधिकारियों से जिले के सभी एसडीएम और तहसीलदारों के साथ समन्वय करने को कहा ताकि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तत्काल उपाय किए जा सकें।इस बैठक में जिला प्रशासन के अधिकारियों के अलावा फायर ब्रिगेड, पुलिस प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग आदि ने भाग लिया।
प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य भूकंप जैसी किसी भी प्रकार की लोगों की जान बचाना
इंस्पेक्टर एनडीआरएफ रंजीत कुमार मिश्रा ने बताया कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य भूकंप जैसी किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा से लोगों की जान बचाना है। उन्होंने कहा कि किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में प्रशासन सबसे पहले फायर ब्रिगेड और पुलिस को सूचित करता है और इसके अलावा पास के स्कूल में राहत शिविर स्थापित किया जाता है।उन्होंने कहा कि इस राहत शिविर में घायलों को पूरी चिकित्सा सहायता और भोजन भी उपलब्ध कराया जाता है।उन्होंने कहा कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए जिला आपदा प्रबंधन योजना के तहत सभी विभाग आपस में समन्वय स्थापित करें ताकि किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके। उन्होंने कहा कि किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए पहले से तैयारी कर लेनी चाहिए।
जवान किसी भी घटना से निपटने के लिए पूरी तरह से दक्ष
इंस्पेक्टर एनडीआरएफ ने बताया कि एनडीआरएफ के जवान किसी भी घटना से निपटने के लिए पूरी तरह से दक्ष हैं।उन्होंने कहा कि जिले में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सूचना मिलते ही हमारी बटालियन 2 घंटे के भीतर पहुंच जाएगी और बचाव कार्य शुरू कर देगी।उन्होंने कहा कि फिलहाल देशभर में एनडीआरएफ की 16 इकाइयां काम कर रही हैं। जिसमें से एक यूनिट बठिंडा में स्थित है। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ के जवान संभावित परिस्थितियों से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।इस मीटिंग में एसडीएम अजनाला अरविंदर पाल सिंह, एस.डी.एम. अमृतसर-2 लाल विश्वास बैंस, जिला राजस्व अधिकारी पवन गुलाटी, डाॅ. मोनिका, उप शिक्षा अधिकारी बलराज सिंह ढिल्लों के अलावा बी.एस.एफ. और सेना के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
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