Breaking News

सांसद औजला  का बीडीपीओ कार्यालय पर धरना: सरकार के दबाव में काम कर रहे चुनाव अधिकारी

सांसद गुरजीत सिंह औजला अपने साथियों के साथ धरने पर बैठे हुए।

अमृतसर,30 सितंबर:15 अक्तूबर को होने वाले पंचायती चुनावों के मद्देनजर आज अमृतसर से सांसद गुरजीत सिंह औजला औचक निरीक्षण के लिए बीडीपीओ दफ्तर पहुंचे। ब्लाक वेरका के रानी का बाग दफ्तर में 12.45 बजे पहुंचे सांसद औजला को जब सीट पर सेक्रेटरी नहीं मिले तो उन्होंने अन्य कांग्रेसी नेताओं के साथ मिलकर वहीं पर धरना लगा दिया। उनका आरोप था कि राज्य सरकार के दबाव में सेक्रेटरी, बीडीओ, बीडीपीओ काम कर रहे हैं और सरेआम लोगों के साथ धक्का कर रहे हैं। सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा कि सुबह से लोग उनके दफ्तर में आ रहे हैं कि सेक्रेटरी सीट पर नहीं है जिससे वह चूल्हा टैक्स की रसीद नहीं ले पा रहे। वहीं वोटर लिस्टों में कई तरह की खामियां है। कई लोगों की वोट काटी जा चुकी है और कई लोगों को मरे हुए सालों हो गए हैं, लेकिन अभी तक उनका नाम वोटर लिस्ट में है। इन सभी समस्याओं के हल के लिए जब लोग बीडीपीओ दफ्तर पहुंचते हैं तो अधिकारी मौजूद नहीं रहते हैं।

सभी ब्लाकों में एक जैसी शिकायत

सांसद औजला ने कहा कि सभी ब्लाकों की शिकायतें एक जैसी ही हैं। उन्होंने कहा कि इस समय सभी अधिकारी चुनाव कमिशन के अधिकारी हैं। फिर एसडीएम के आने के बाद धरना खत्म किया गया लेकिन साथ ही चेतावनी दी गई कि अगर हालात सही नहीं हुए तो फिर बड़े लेवल पर धरना दिया जाएगा। सांसद औजला ने आरोप लगाया कि सरकार कह रही है कि यह निष्पक्ष चुनाव है और बिना किसी भेदभाव के चुनाव होंगे, लेकिन खुद ही सभी विधायकों को बिना ऐलान किए ही चुनाव अधिकारी बना दिया है, जो कि तानाशाही है। उन्होंने कहा कि वोट डालने का अधिकार सबको है, लेकिन अगर सिर्फ अमृतसर की ही बात की जाए तो यहां तकरीबन 50 हजार के करीब वोट काट दी गई है।

कई गांवों में मौजूदा सरपंच की ही वोट काट दी

सांसद औजला ने कहा कि निर्देशों के मुताबिक 2017 की वोटर लिस्टों के हिसाब से ही चुनाव होंगे, जबकि एक गांव के 2017 में वोट 1945 थे, जबकि 2023 की लिस्टों के हिसाब से 945 वोट काट दी गई है जिसका हिसाब देने के लिए कोई भी अधिकारी सीट पर मौजूद नहीं होता है और लोग लगातार धक्के खा रहे हैं।सांसद औजला के साथ पूर्व विधायक सुनील दत्ती, इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन दिनेश बस्सी, पूर्व पार्षद विकास सोनी सहित कई गांवों के पूर्व पंच और सरपंच मौजूद रहे जिन्होंने तकरीबन 3 घंटे तक बीडीपीओ दफ्तर में धरना लगाया और पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद मौके पर एसडीएम मौके पर पहुंचे और उन्हें सांसद औजला ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर लोगों की समस्याएं हल नहीं हुई तो वह डीसी की घेराव करेंगे लेकिन लोगों को अकेला नहीं छोड़ेंगे।

‘अमृतसर न्यूज़ अपडेटस” की व्हाट्सएप पर खबर पढ़ने के लिए ग्रुप ज्वाइन कर

https://chat.whatsapp.com/D2aYY6rRIcJI0zIJlCcgvG

About amritsar news

Check Also

सुल्तानविंड पुल निर्धारित समय से छह महीने पहले शुरू हो जाएगा :ईटीओ

कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ सुल्तानविंड में बन रहे पुल की प्रगति का जायजा लेते …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *