
अमृतसर, 13 जनवरी : पंजाब सरकार के लोकल बॉडी विभाग द्वारा जालंधर और पटियाला के डिवीजनल कमिश्नर को 7 जनवरी को पांचो नगर निगम पटियाला, लुधियाना, जालंधर,फगवाड़ा और अमृतसर के मेयर,सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर चुनने के लिए नोटिस जारी करके निर्देश दे दिए थे। जारी किए गए निर्देशों के अनुसार लुधियाना नगर निगम का मेयर महिला आरक्षित और बाकी चारों नगर निगम का जनरल आरक्षित किया गया हैं। पंजाब के पटियाला और जालंधर नगर निगम का मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर AAP ने चुन लिए गए हैं। अब लुधियाना,फगवाड़ा और अमृतसर नगर निगम का मेयर चुने जाना है। नगर निगम अमृतसर के मेयर बनाने के लिए अभी भी किसी भी राजनीतिक पार्टी के पास बहुमत नहीं है। नगर निगम अमृतसर की 85 वार्ड और सात विधानसभा क्षेत्र के विधायक निगम हाउस के सदस्य हैं। अमृतसर का मेयर चुनने के लिए 47 सदस्यों का बहुमत चाहिए। कांग्रेस के पास इस वक्त 40 पार्षद, आम आदमी पार्टी के पास 24 पार्षद और 4 आजाद एवं एक भाजपा के पार्षद को अपने साथ मिलकर 29 पार्षद और सात विधायक हैं। आम आदमी पार्टी के पास भी इस वक्त निगम हाउस 36 सदस्य ही है। अभी भी आम आदमी पार्टी बहुमत से 11 कदम दूर है और कांग्रेस 7 कदम दूर है।
AAP 50 से अधिक हाउस के सदस्य से उनके पक्ष में होने का दावा कर रहे
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से जब बात की जाती है तो उक्त वरिष्ठ नेता अमृतसर निगम हाउस में 50 से अधिक हाउस के सदस्य से उनके पक्ष में होने का दावा करते हैं।” अमृतसर न्यूज अपडेट्स ” के साथ दो वरिष्ठ आप नेताओं द्वारा नाम न छापने की शर्त पर कहा गया आजाद और दूसरी पार्टियों के विजय हुए लगभग 15 पार्षद उम्मीदवार आने वाले दिनों में AAP को समर्थन हासिल हो जाएगा।AAP के दावा के बावजूद अभी भी बहुमत से दूर है। आम आदमी पार्टी नेताओं का कहना है कि यह समर्थन मेयर पद के चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाएगा। हालांकि, यह समर्थन हासिल करना इतना आसान नहीं है।AAP पंजाब में अपनी सरकार होने का लाभ मिल रहा है। राजनीति को जानने वाले विशेषज्ञ लोग,राजनीतिक पार्टियों के दिग्गज नेता और नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी भी यह मानते हैं कि नगर निगम में AAP का मेयर होने से पंजाब सरकार से अधिक से अधिक लाभ मिलेगा। जिसका शहर वासियों को भी फायदा होगा।
पदों को लेकर पार्टी के अंदर नेताओं के बीच खींचतान चल रही
AAP में पदों को लेकर पार्टी के अंदर नेताओं के बीच खींचतान चल रही है। मेयर पद की दौड़ में कई नेताओ के नाम चल रहे हैं। ये सभी नेता अपनी पकड़ और
अनुभव के आधार पर मेयर पद के लिए दावा ठोक रहे हैं।AAP के वरिष्ठ नेताओं के बीच अलग-अलग पदों को लेकर सहमति बनाना एक चुनौती बनता जा रहा है। इसी तरह से सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के पदों पर भी कई नेता दावेदारी कर रहे हैं। इसी तरह से वित्त और ठेका कमेटी में दो पार्षद चुने जाते हैं। इसके अलावा नगर निगम हाउस टैक्स/ प्रॉपर्टी टैक्स सब कमेटी, एमटीपी विभाग सब कमेटी, सीवरेज एंड वॉटर सप्लाई विभाग सब कमेटी, एस्टेट विभाग सब कमेटी और अन्य विभागों की सब कमेटियों के चेयरमैन बनाने के लिए भी खींचतान भी बढ़ गई है। यह भी पता चला है की दूसरी पार्टियों से AAP को समर्थन करने वाले पार्षद निगम हाउस में उच्च पद की मांग को लेकर अंदर खाते बातचीत कर रहे हैं। यह भी पता चला है कि आम आदमी पार्टी ने अब तक यह तय नहीं किया है कि किन उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाएगी। यह पता चला है कि पार्टी नेतृत्व इस बात पर जोर दे रहा है कि मेयर पद के उम्मीदवार का चयन सभी विधायकों और पार्षदों के समर्थन से ही किया जाएगा। इससे पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र को बनाए रखने का प्रयास किया जा रहा है। मेयर,सीनियर डिप्टी मे और डिप्टी मेयर नाम की सूची पहले मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान, आप पंजाब प्रधान अमन अरोड़ा के पास जाने के उपरांत इस पर अंतिम मोहर पार्टी की दिल्ली हाई कमान से लगेगी।
भाजपा के पास 8 और शिअद के 4 पार्षद
भाजपा के पास 8 और शिअद 4 पार्षद हैं। दोनों पार्टी के नेता अपने अपने पार्षदों को AAP और कांग्रेस पार्टी में ना जाने के प्रयास में जुटे हुए हैं। किंतु आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेता हर स्तर पर चुनावी तैयारियों को अंजाम दे रहे हैं। नगर निगम अमृतसर के मेयर पद के लिए आने वाले एक सप्ताह में तस्वीर बिल्कुल साफ हो जाएगी।हालांकि, इस वक्त देखा जाए भाजपा 8 के पार्षद ,शिअद के 4 पार्षद और आजाद 4 पार्षदों को मिला ले तो कुल 16 ही बनते हैं। देखना यह है कि कांग्रेस पार्टी के 40 पार्षदों में से कौन-कौन सा पार्षद करवट बदलता है। जिस तरह से आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता दावा ठोक रहे हैं 15 और पार्षद AAP का समर्थन देने जा रहे हैं।
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