
अमृतसर, 28 मई (राजन): नगर निगम अमृतसर कमिश्नर गुलप्रीत सिंह औलख द्वारा प्रॉपर्टी टैक्स विभाग और जीआईएस सेल के अधिकारियों के साथ बैठक की गई, जिसमें शहर की रिहायशी, कमर्शियल और औद्योगिक प्रॉपर्टियो को यूआईडी (यूनीक आइडेंटिफिकेशन) नंबर से लिंक कर एक डाटाबेस तैयार करने पर विचार किया गया। इस बैठक के दौरान पीएमआईडीसी की आईटी सेल की इंचार्ज मैडम सिमरजीत कौर और जीआईएस की इंचार्ज मैडम अनुप कौर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रॉपर्टियो को यूआईडी नंबर से लिंक करने के संबंध में जानकारी दी। आज की इस बैठक में सहायक कमिश्नर विशाल वधावन, सहायक कमिश्नर दलजीत सिंह, सुपरीटेंडेंट जसविंदर सिंह, सुपरीटेंडेंट देविंदर सिंह बब्बर, सुपरीटेंडेंट राज कुमार, सुपरीटेंडेंट गुरप्रीत सिंह भाटिया, अर्बन प्लानर मनी शर्मा और सीएफसी इंचार्ज हाकम सिंह उपस्थित थे।

यूआईडी नंबर होने पर डिफॉल्टरों की जल्द होगी पहचान
कमिश्नर गुलप्रीत सिंह औलख ने बताया कि वर्तमान में नगर निगम द्वारा शहर की प्रॉपर्टियो से जो प्रॉपर्टी टैक्स, पानी और सीवरेज चार्ज तथा ट्रेड लाइसेंस फीस वसूली जाती है, उसमें डिफॉल्ट्रों की पहचान नहीं हो पाती। यूआईडी नंबर होने से डिफॉल्टरों की जल्द पहचान हो जाएगी।वर्ष 2013-14 में नगर निगम द्वारा “मैप माई इंडिया” के माध्यम से शहर की संपत्तियों का सर्वे कराया गया था और सभी संपत्तियों को यूआईडी नंबर दिए गए थे।कमिश्नर ने प्रॉपर्टी टैक्स विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि टैक्स वसूली से पहले उक्त संपत्तियो को सर्वे के अनुसार यूआईडी से लिंक किया जाए और करदाताओं को उनके यूआईडी नंबर की जानकारी भी दी जाए ताकि टैक्स वसूली के समय यह पता चल सके कि शहर में कितनी प्रॉपर्टियो से और किस श्रेणी की प्रॉपर्टी से टैक्स बकाया है।
नगर निगम की आय में भी वृद्धि होगी
यह यूआईडी नंबर पानी, सीवरेज बिल और ट्रेड लाइसेंस विभागों से भी लिंक किया जाएगा। जहां संपत्तियों का डेटा तैयार होगा, वहां नगर निगम की आय में भी वृद्धि होगी। कमिश्नर ने शहरवासियों से अपील की कि वे प्रॉपर्टी टैक्स, पानी / सीवरेज और ट्रेड लाइसेंस फीस का भुगतान करने से पहले अपनी प्रॉपर्टी को यूआईडी नंबर से लिंक करवा लें, जिसमें नगर निगम के अधिकारी उन्हें पूरा सहयोग प्रदान करेंगे।
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