
अमृतसर, 13 सितंबर(राजन):बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में राहत कार्य देख रही डिप्टी कमिश्रर साक्षी साहनी ने निर्णय लिया है कि ढाई एकड़ से छोटे किसानों की ज़मीन से नदी द्वारा फेंकी गई रेत हटाने का काम जिला प्रशासन करेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे किसानों के पास अक्सर मशीनरी की कमी होती है, जिससे उन्हें यह रेत हटाने में दिक्कत आती है, इसलिए हम कृषि, लोक निर्माण विभाग और खनन विभाग के सहयोग से यह काम खुद करेंगे। उन्होंने अधिकारियों को इसके लिए तुरंत नई जेसीबी और मड लोडर मशीनें खरीदने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हालांकि जिला प्रशासन ऐसे किसानों के खेतों से रेत हटाने का काम करेगा, लेकिन अगर यह रेत तीन इंच से ज़्यादा हुई तो उन्हें सरकार द्वारा रेत हटाने के लिए दिया जाने वाला मुआवज़ा भी मिलेगा।

तीन इंच से ज़्यादा रेत होने पर 500 रुपये का मुआवज़ा दिया जाएगा
डीसी साहनी ने कहा कि तीन इंच से ज़्यादा रेत होने पर 500 रुपये का मुआवज़ा दिया जाएगा। रेत हटाने के लिए 18 हज़ार प्रति हेक्टेयर की दर से धनराशि प्रदान की जाएगी और यह धनराशि उक्त किसानों के खातों में जाएगी। उन्होंने उक्त विभागों के अधिकारियों को इस कार्य के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करने के निर्देश दिए ताकि किसान समय पर रबी की फसलों की बुवाई कर सकें। इस अवसर पर एडीसी रोहित गुप्ता, सहायक कमिश्नर पीयूषा, एडीसी अमनदीप कौर, एडीसी परमजीत कौर, एसडीएम रविंदर सिंह, सहायक आयुक्त खुशदीप सिंह सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।
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