स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शहर के 13 स्थानों पर करवाई गई थी वायु प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण की मॉनिटरिंग
वाहनों से निकलने वाला धुआं वायु प्रदूषण का मुख्य कारण,स्मार्ट सिटी मिशन के तहत मानसून से पहले इसी तरह की एक और मॉनिटरिंग करवाई जाएगी : कोमल मित्तल

अमृतसर,25 मई(राजन गुप्ता): पिछले वर्ष अक्तुबर-नवंबर महीनें में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शहर के अलग-अलग हिस्सों में वायु प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण की मॉनिटरिंग करवाई गई थी । जिसके तहत शहर के कुल 13 मुख्य स्थानों बस स्टैंड, मकबूलपुरा चौंक, सौ फुटी रोड चौंक, भगतांवाला चौंक, डी.टी.ओ ऑफिस चौंक, रियाल्टों चौंक, बी-ब्लाक मार्केट रणजीत एवन्यू, फोर एस चौंक, मुस्तफाबाद बीआरटीएस स्टेशन (बटाला रोड), रतन सिहं चौंक, छहरटा चौंक, मजीठा रोड बाईपास चौंक, टाऊन हॉल में तीन दिनों तक 24 घंटे लगातार कोम्बो डस्ट सैंपलर मशीन तथा नॉइज़ लैवेल मीटर से वाहनों से होने वाले वायु और ध्वनि प्रदूषण की कि गई मॉनीटरिंग से शहर में पार्टिकुलेट मैटर (पी.एम) 10 और पी.एम 2.5 का स्तर सामान्य से काफी अधिक दर्ज किया गया है। इसके अलावा ध्वनि प्रदूषण का स्तर भी केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड द्वारा निर्धारित की गई सीमा से अधिक दर्ज किया गया है । प्रदूषण मॉनिटरिंग स्टडी की फैक्टशीट जारी करते हुए सीईओ स्मार्ट सिटी तथा निगम कमिशनर कोमल मित्तल ने बताया की केंद्रीय आवास तथा शहरी विकास मंत्रालय द्वारा संचालित व फ्रैंच डेव्लेपमेंट एंजसी और युरोपियन युनियन द्वारा पोषित सीटीज़ प्रोगराम के तहत शहर में मानसून के बाद प्रदूषण की स्थिती जानने के लिए 13 जगहों में तीन दिनों तक ( दो वर्किंग डे (शनिवार और रविवार को छोड़कर ) प्रदूषण की मॉनीटरिंग की गई । जिसमें मुख्यतःहवा में मौजूद पी.एम 10 और 2.5, सल्फर-डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन-डाइऑक्साइड, कार्बन-मोनोऑक्साइड, ओजोन के साथ-साथ ध्वनि प्रदूषण के स्तर की मॉनिटरिंग की गई थी। जिसमें शहर में कामकाजी दिनों के दौरान हवा में पीएम 10 और 2.5 की औसत मात्रा क्रमांश 130.2 और 91.0 और रविवार के दिन 108.6 तथा 71.3 दर्ज की गई। वहीं स्लफ़र-डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन-डाइऑक्साइड, कार्बन-मोनोऑक्साइड और ओजोन की मात्रा निर्धारित सीमा से कम ही रही । सबसे अधिक प्रदूषित क्षेत्र बस स्टैंड के आस-पास का एरिया रहा, जहां पर कामकाजी दिनों के दौरान हवा में पीएम 10 और 2.5 की मात्रा क्रमांश 211 और 128 और रविवार के दिन 197 तथा 125 दर्ज की गई। वहीं रियालटो चौंक में ध्वनि प्रदूषण का स्तर सबसे अधिक दर्ज किया गया । वहां कामकाजी दिनों के दौरान ध्वनि प्रदूषण का स्तर 92.6 और रविवार को 98.4 रहा । उन्होंने बताया कि इससे पहले शहर में इतने व्यापक स्तर पर प्रदूषण के स्तर की मॉनिटरिंग नही की गई थी और स्मार्ट सिटी मिशन के तहत मानसून से पहले भी इसी तरह की एक और मॉनिटरिंग करवाई जाएगी ।
अमृतसर स्मार्ट सिटी मिस्र की सीईओ व निगम कमिश्नर कोमल मित्तल ने कहा कि शहर की सभी मुख्य ट्रैफिक रूट्स पर प्रदूषण के स्तर मॉनिटरिंग की गई है । जिसमें हवा में पी.एम 10 और 2.5 कणों की मात्रा औसत से काफी अधिक दर्ज की गई है । हवा में पी.एम कणों की अधिक मात्रा सेहत के लिए काफी हानिकारक है । उन्होंने बताया कि जिस कारण देश में हर साल लगभग 6.5 लाख और पंजाब में 19 हजार लोगों की मौत हो जाती है। अधिक प्रदूषण होने के कई सारे कारण है, जिनमें से मुख्य वाहनों से निकलने वाला धुआँ है । उन्होंने कहा कि शहरवासी अगर अधिक से अधिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम का प्रयोग करें तो प्रदूषण के स्तर को काफी कमी आ सकती है।