डेंगू से निपटने के लिए चिकित्सा कर्मियों को कोरोना निपटाने की तरह काम करना चाहिए
अमृतसर, 12 अक्टूबर (राजन) : शहर में डेंगू के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए उप मुख्यमंत्री ओपी सोनी ने स्वास्थ्य विभाग के साथ बैठक कर निर्देश दिया कि डेंगू से दिन रात कोरोना की तरह निपटा जाए। उन्होंने कहा कि हमारे पास स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की कोई कमी नहीं है, अस्पतालों और दवाओं की कमी नहीं है, फिर डेंगू के डंक से हमारे लोगों को परेशानी क्यों हो? मंत्री सोनी ने स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि वे सुबह 8 बजे अस्पताल पहुंचें और यदि कोई चूक हुई है, तो वे जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा, ‘मैं व्यक्तिगत रूप से अस्पताल का निरीक्षण करूंगा और अगर कहीं भ्रष्टाचार की गंध आती है तो संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.’ उन्होंने कहा कि हालांकि अमृतसर में डेंगू के लगभग 700 मामले दर्ज किए गए हैं, लेकिन इस प्रवृत्ति को रोकना आवश्यक हैं । सोनी ने कहा कि डेंगू के मामलों में अमृतसर पंजाब का तीसरा सबसे बड़ा जिला है और इस कड़ी को तोड़ने और डेंगू को और फैलने से रोकने के लिए इसके लार्वा को खत्म करने के लिए एक टीम के रूप में काम करना है।
सिविल सर्जन ने कहा कि शहर के 40 क्षेत्रों की पहचान की गई है जहां से डेंगू के अधिक मामले आ रहे हैं और हमने इन क्षेत्रों की जांच के लिए टीमों का गठन किया है, जो बिना किसी छुट्टी के हर क्षेत्र में घर-घर जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के घरों या दुकानों में डेंगू के लार्वा पाए गए हैं, उनके अब तक 844 चालान काटे जा चुके हैं। उन्होंने उपमुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि आने वाले दिनों में डेंगू के मामलों में कमी आएगी। इस अवसर पर निदेशक स्वास्थ्य श् आदेश कंग , अतिरिक्त उपायुक्त रूही दुग्ग, अतिरिक्त उपायुक्त रणबीर सिंह मुधल, एडीसीपी हरजीत सिंह, सिविल सर्जन चरणजीत सिंह सहित अन्य प्रमुख उपस्थित थे।