रक्तदान करने वाला प्रमुख है गुरु नानक अस्पताल अमृतसर
रक्तदान में योगदान देने वाले सोसाइटीयो, अस्पतालों और रक्तदाता को किया गया सम्मानित
अमृतसर, 12 अक्टूबर (राजन): विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर उपमुख्यमंत्री ओपी सोनी ने स्थानीय मेडिकल कॉलेज में राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले साल कोरोना के बावजूद पंजाबियों ने 4.5 लाख यूनिट रक्तदान किया है। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए अपने बहादुर लोगों, स्वैच्छिक कामकाजी समाजों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य में 141 लाइसेंस प्राप्त रक्त केंद्र हैं, जिनमें से 46 सरकार द्वारा, 6 सेना द्वारा और 89 निजी अस्पतालों और संस्थानों द्वारा चलाए जा रहे हैं। सोनी ने लोगों से स्वस्थ जीवन जीने और दूसरों के कीमती जीवन को बचाने के लिए रक्तदान करते रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि एक यूनिट रक्तदान करने से चार अनमोल जिंदगियां बचाई जा सकती हैं।
इस अवसर पर सोनी ने रक्तदान में योगदान देने वाले अस्पतालों, सोसायटियों और व रक्तदाता को सम्मानित किया, जिन्होंने पूरे पंजाब से रक्तदान में सबसे अधिक योगदान दिया है। इस अवसर पर ओ.पी. सोनी ने पंजाब में 21 स्वैच्छिक रक्तदान संगठनों को सम्मानित किया, जिन्होंने पिछले साल विभिन्न रक्त केंद्रों को 1000 से अधिक रक्त यूनिट दान किए थे। साथ ही 100 से अधिक बार रक्तदान करने वाले 19 पुरुष रक्तदाताओं और 10 बार से अधिक रक्तदान करने वाली 18 महिला रक्तदाताओं को अब भी रक्तदान करने वालों को सम्मानित किया गया। ओ.पी. सोनी द्वारा आज उच्चतम रक्तदान के लिए दिए गए 3 मेडिकल कॉलेज रक्त केंद्रों में से 2 मेडिकल कॉलेज अमृतसर में हैं, एक सरकारी मेडिकल कॉलेज अमृतसर है और दूसरा गुरु राम दास मेडिकल कॉलेज है और तीसरा आदेश कॉलेज है। इसके अलावा 3 शासकीय रक्त केन्द्र फगवाड़ा, बटाला, गुरदासपुर तथा 3 शासकीय रक्त घटक पृथक्करण इकाई मनसा, संगरूर, तरनतारन को सम्मानित किया गया। इसके अलावा पंजाब में कुल 5 प्राइवेट ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट में से पल्स हॉस्पिटल और के.डी. अस्पताल अमृतसर, सतगुरु प्रताप सिंह अस्पताल, लुधियाना, प्रीत मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल और लाइफ लाइन ब्लड सेंटर, पटियाला।
गौरतलब है कि पिछले साल पंजाब में लुधियाना की संस्था भाई घनैया जी मिशन सोसाइटी ने 6211 ब्लड यूनिट इकट्ठा कर विभिन्न ब्लड सेंटरों को डोनेट किया था। दूसरे स्थान पर फाजिल्का की श्री राम कृपा सेवा संघ वेलफेयर सोसायटी ने 4130 रक्त यूनिट एकत्रित कर विभिन्न रक्त केंद्रों को दान किया है। नंबर 3 अमृतसर की खालसा ब्लड डोनेशन यूनिट ने 3819 ब्लड यूनिट इकट्ठा कर विभिन्न ब्लड सेंटरों को डोनेट किया है। पुरुष रक्तदाताओं में जालंधर जिले के श्री कश्मीरा बंगा ने 174 बार रक्तदान कर पंजाब में पहला स्थान हासिल किया है। जालंधर जिले के जतिंदर सोनी 135 रक्तदान कर दूसरे स्थान पर रहे। सुरिंदर गर्ग जिला बठिंडा ने 130 बार रक्तदान कर तीसरा स्थान हासिल किया है। महिला रक्तदाताओं में श्रीमती शीला देवी, जिला बठिंडा ने 63 बार रक्तदान कर पंजाब में पहला स्थान हासिल किया है। जालंधर जिले की श्रीमती हरविंदर कौर 58 रक्तदान कर दूसरे स्थान पर रहीं। श्रीमती नीरजा जिला जालंधर ने 50 बार रक्तदान कर तीसरा स्थान प्राप्त किया है।
इस अवसर पर बोलते हुए निदेशक स्वास्थ्य श्रीमती आदेश कांग ने कहा कि कई रोगियों को अपनी जान बचाने के लिए रक्तदान करना पड़ता है। इसलिए रक्त हमेशा स्वच्छ, स्वस्थ, रोगमुक्त और रोगाणु मुक्त होना चाहिए।
अतिरिक्त परियोजना निदेशक डॉ. बॉबी गुलाटी ने कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में रक्तदाताओं ने समाज के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन किया है और प्रदेश में रक्त की कमी नहीं होने दी है। उन्होंने कहा कि पंजाब के सभी सरकारी अस्पतालों के मरीजों को नि:शुल्क रक्त उपलब्ध कराया जा रहा है। पिछले साल पंजाब में 3,79,846 यूनिट रक्त एकत्र किया गया था। इनमें से 1,78,972 रक्त यूनिट, लगभग 50% रक्त सरकारी रक्त केंद्रों द्वारा एकत्र किया गया था। इस अवसर पर मेयर करमजीत सिंह रिंटू, डिप्टी कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खैहरा, पुलिस कमिश्नर डॉ सुखचैन सिंह गिल, संयुक्त निदेशक, पंजाब राज्य रक्त आधान परिषद डॉ सुनीता देवी, सिविल सर्जन डॉ. चरणजीत सिंह, संयुक्त निदेशक सीएसटी विनय मोहन, संयुक्त निदेशक ब डॉ सुखविंदर कौर, संयुक्त निदेशक टीआइ डॉ मीनू सिंह और श्रीमती पवन रेखा बेरी, संयुक्त निदेशक आईईसी उपस्थित थे।