कांग्रेस छोड़ ‘आप’ का दामन थाम रहे पार्षदों और कांग्रेस के हाथों से लगभग निकल चुकी नगर निगम बारे हुई चर्चा
अमृतसर,4 अप्रैल(राजन): गत दिवस अमृतसर के स्थानीय क्लब में कांग्रेसी सांसद, पूर्व कांग्रेसी विधायकों तथा कांग्रेसी नेताओं का लंच डिप्लोमेसी पंजाब कांग्रेस प्रधान के ऐलान के पहले नवजोत सिंह सिद्धू का शक्ति प्रदर्शन नहीं था। नवजोत सिंह सिद्धू को क्लब में लंच के बारे में मैसेज भेजा गया तो वह तुरंत पटियाला से अमृतसर के क्लब में सबसे पहले पहुंच गए। क्लब में लंच पर सांसद गुरजीत सिंह औजला,पूर्व उपमुख्यमंत्री ओपी सोनी, पूर्व मंत्री डॉ राजकुमार वेरका, पूर्व विधायक सुनील दत्ती, पूर्व विधायक इंद्रबीर सिंह बुलारिया, पूर्व विधायक नवजोत सिंह सिद्धू, जिला कांग्रेस शहरी प्रधान अश्विनी पप्पू, पूर्व विधायक जुगल किशोर शर्मा, पंजाब कांग्रेस महासचिव जोगिंदर पाल ढींगरा, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता संजीव अरोड़ा शामिल हुए। लंच डिप्लोमेसी के दौरान कांग्रेस छोड़ ‘आप’ का दामन थाम रहे पार्षदों और कांग्रेस के हाथों से लगभग निकल चुकी नगर निगम के बारे में चर्चा हुई। निगम सदन में कांग्रेस का भारी बहुमत होने के बावजूद विधानसभा चुनाव मतदान से पहले मेयर कर्मजीत सिंह रिंटू कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हो जाने के बावजूद मेयर रिंटू को पद से हटा नहीं पाई पर मंथन किया और आगे की रणनीति पर चर्चा की गई। लंच में मौजूद कांग्रेसी नेता ने बताया कि पंजाब कांग्रेस प्रधान को लेकर किसी तरह की भी चर्चा नहीं हुई है। पंजाब कांग्रेस प्रधान की घोषणा कांग्रेस आलाकमान द्वारा की जानी है। लंच डिप्लोमेसी दौरान मौजूद सांसद तथा पूर्व विधायकों द्वारा अपने अपने विचार भी रखे गए।पंजाब में कांग्रेस की भारी पराजय होने के बावजूद अब भी इनके आपसी विचार मिल नहीं रहे थे
विधायकों के अलग-अलग विचार
सांसद व विधायकों के अलग-अलग विचारों में ; कांग्रेस छोड़कर जाने वाले पार्षदों से संपर्क करके उनको वापस कांग्रेस में लाया जाए ; कांग्रेस पार्टी छोड़कर जाने वालों की ओर ध्यान नहीं देना चाहिए ; पंजाब की लड़ाई लड़े ; फ्लोर टेस्ट में पहले मेयर को कैसे हटाया जाए, उसके बाद कांग्रेस अपना मेयर घोषित करें ; शेष बचे कांग्रेसी पार्षदों को ‘आप’ में जाने से रोका जाए।
मेयर कर्मजीत सिंह रिंटू को हटाना कठिन
लंच डिप्लोमेसी दौरान उपस्थित कांग्रेसी नेताओं को पता होना चाहिए कि अब मेयर कर्मजीत सिंह रिंटू को फ्लोर टेस्ट में भी हटाना कठिन हो गया है। निगम सदन में ‘आप’ के 5 विधायकों सहित 34 सदस्य हो चुके हैं और अभी भी जोड़-तोड़ का सिलसिला जारी है। नगर निगम सदन में फ्लोर टेस्ट के वक़्त सभी 89 सदस्य एकत्रित भी हो जाते हैं तो भी मेयर रिंटू को पद पर बने रहने के लिए 30 सदस्यों का वोट चाहिए। वैसे भी फ्लोर टेस्ट दौरान जितने भी सदस्य सदन में होंगे उनमें से एक तिहाई सदस्य मेयर के हक में वोट डालते हैं तो मेयर पद से हट नहीं सकते। यही एक्ट सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पर भी लागू होता है। सीनियर डिप्टी और डिप्टी मेयर को भी पद पर बने रहने के लिए फ्लोर टेस्ट के वक्त अपने हक में एक तिहाई वोट लेने होंगे।
नवजोत सिद्धू द्वारा तुरंत सोशल मीडिया पर फोटो डालने पर लोगों ने किए तंज
लंच डिप्लोमेसी के तुरंत बाद नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा अपने ट्विटर हैंडल तथा फेसबुक पेज पर फोटो डालकर लिखा गया कि ” चल उठ जगा दे मोमबत्तियां ” एह ता एत्थे वगदिया ही रहनिया हवावा कुपतिया……. पर कुछ मीडिया हाउसइस द्वारा नवजोत सिद्धू का पंजाब कांग्रेस प्रधान के ऐलान से पहले शक्ति प्रदर्शन लिखा गया। सोशल मीडिया में नवजोत सिद्धू द्वारा पोस्ट डालने के उपरांत लोगों ने जमकर तंज कसा खुद कांग्रेस के वरिष्ठ पदों पर रहे ने लिखा कि वर्करों को मिलो जिन की नाराजगी का खामियाजा आप को भुगतना पड़ा ; उजरे बागा दे गालड़ पटवारी ; भारी हार के बाद कैसे हंस रहे हैं; कॉमेडी चलेगी डे एंड नाइट विद नवजोत सिद्दू अन्य अभद्र कमेंट भी लोगों द्वारा डाले गए।