अमृतसर,23 अप्रैल(राजन):शनि को न्याय का देवता कहा गया है, वह व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देता है। शनि ग्रह 29 अप्रैल को मकर राशि से कन्या राशि में तब्दील होने जा रहा है। इससे धनु राशि वालों की साढ़सती समाप्त हो जाएगी। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों की कुंडली में शनि सही स्थिति में नहीं होता है, उनका भाग्य कभी भी उनकी मदद नहीं करता है। उन्हें हर चीज में सफल होने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। इतना ही नहीं उन्हें कई तरह की आर्थिक दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है। अगर आपकी कुंडली में भी शनि की स्थिति खराब है तो यहां हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जिनसे शनिदेव को प्रसन्न किया जा सकता है। शनि की भक्ति शारीरिक, पारिवारिक, सामाजिक, मानसिक, आर्थिक, प्रशासनिक समस्याओं को दूर करती है।
शनि की पूजा करते समय रखें विशेष ध्यान
सूर्योदय से पहले और सूर्यास्त के बाद की गई पूजा लाभकारी होती है।शांत मन से शनि देव की पूजा करें। तांबे के बर्तनों का प्रयोग न करें। वे शनिदेव को लोहे की वस्तुएं चढ़ाकर प्रसन्न होते हैं।शनि देव पर तेल डालते समय सावधान रहें, वह इधर-उधर नहीं गिरे।शनि मंत्र का जाप करते समय अपना मुख पश्चिम की ओर रखें।शनिवार के दिन लाल वस्त्र, फल और फूल नहीं चढ़ाना चाहिए। नीले या काले रंग की वस्तुओं का प्रयोग करना अच्छा रहता है।शनिदेव की मूर्ति को सामने से नहीं बल्कि बगल से देखें।शनि देव के उस मंदिर में जाएं जहां वे शिला रूप में विराजमान हैं।शनिवार के दिन केवल सात्विक भोजन करना चाहिए। पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर शनि देव की पूजा करना शुभ होता है।