कहा, “एसजीपीसी अफगान सिखों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है”
अमृतसर, 20 जून(राजन):शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी दिल्ली पहुंचे और अफगानिस्तान के काबुल में गुरुद्वारा करते परवान साहिब पर हुए आतंकी हमले में शहीद हुए भाई सविंदर सिंह के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। एडवोकेट धामी ने दिल्ली के तिलक नगर में गुरुद्वारा श्री गुरु अर्जन देव जी में शहीद भाई सविंदर सिंह की अंतिम प्रार्थना में भाग लिया और काबुल में आतंकवादी हमले को मानवता के खिलाफ एक क्रूर कृत्य करार दिया। उनके साथ शहीद भाई सविंदर सिंह की पत्नी पाल कौर और उनके बेटे अजमीत सिंह और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ सहानुभूति व्यक्त करते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दिया। एडवोकेट धामी ने कहा कि एसजीपीसी अफगानिस्तान के सिखों के साथ है और आवश्यकतानुसार हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार को दुनिया भर में रह रहे सिखों और अन्य भारतीयों की सुरक्षा के लिए समय पर कदम उठाने चाहिए ताकि इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जा सके। एसजीपीसी अध्यक्ष ने कहा कि हालांकि अफगानिस्तान में फंसे सिखों को भारत में स्थानांतरित करना सरकारों का कर्तव्य है, लेकिन इस प्रक्रिया में जो भी आवश्यक होगा, उसके लिए एसजीपीसी हर समय मौजूद रहेगा। उन्होंने भारत सरकार से सभी अफगान सिखों को भारत लाने और उनकी भलाई के लिए व्यवस्था करने और उनके रोजगार पर विशेष ध्यान देने की अपील की।
इस अवसर पर शिरोमणि समिति की ओर से हरजिंदर सिंह धामी ने सभा को संबोधित किया। अजमित सिंह को गुरु बख्शीश सिरोपा और पगड़ी का आशीर्वाद मिला। एसजीपीसी अध्यक्ष ने भाई सविंदर सिंह के परिवार के साथ-साथ दिल्ली में रहने वाले अफगान सिख नेताओं से भी मुलाकात की और अफगानिस्तान में रहने वाले सिखों की संख्या और वर्तमान स्थिति पर चर्चा की। एडवोकेट धामी ने इस अवसर पर मौजूद अफगान राजदूत फरीद ममुंदजई से अफगानिस्तान में सिखों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा।