
अमृतसर,30 जुलाई (राजन):सेहत मंत्री चेतन सिंह जोड़ा माजरा की ओर से जलील किए जाने के बाद बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के वाइस चांसलर डॉ राजबहादुर की ओर से इस्तीफा दे दिया गया है। वाइस चांसलर डॉक्टर राजबहादुर के सैक्ट्री ओपी चौधरी ने भी इस्तीफा दे दिया हैं। सेहत मंत्री की ओर से डॉ राजबहादुर को जलील किए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा था। एक दिन पहले जब सेहत मंत्री फरीदकोट मेडिकल कॉलेज में जांच के लिए पहुंचते हैं तो वहां पर एक बिस्तर पर जमी धूल देखकर आपे से बाहर हो जाते हैं और वहीं पर डॉक्टर राजबहादुर को लेटने के आदेश जारी कर दिए जाते हैं । डॉक्टर राजबहादुर लेट जाते हैं और खुद को जलील महसूस करते हैं। हालांकि जानकारों का मानना है कि डॉ राजबहादुर को सेहत मंत्री का विरोध करना चाहिए था। क्योंकि सेहत मंत्री की शिक्षा डॉ राजबहादुर के आगे कुछ भी नहीं । डॉक्टर राजबहादुर अभी तक दर्जनों ऑर्थोपेडिक डॉक्टर को पोस्ट ग्रेजुएशन करवा चुके हैं जो देश विदेश में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और चेतन सिंह जोड़ा माजरा की सोसाइटी में क्या कंट्रीब्यूशन है। उसके बाद सरकारी मेडिकल कॉलेज अमृतसर के डायरेक्टर प्रिंसिपल डॉ राजीव देवगन, गुरु नानक देव अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ के डी सिंह और वाइस प्रिंसिपल डॉक्टर जगदेव सिंह कुलार ने अपने-अपने एडीशनल चार्ज छोड़ देने के लिए आला अधिकारियों को पत्र लिख दिए हैं। चिकित्सा जगत में सेहत मंत्री चेतन सिंह जोड़ा माजरा के इस व्यवहार की कड़ी निंदा की जा रहे हैं। फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन ने भी सेहत मंत्री चेतन सिंह जोड़ा माजरा के व्यवहार की कड़ी निंदा की हैं।
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