
अमृतसर,21 अगस्त (राजन): डिप्टी कमिश्नर हरप्रीत सिंह सूदन ने खेतीबाड़ी विभाग, डायरेक्टर राइस मिलर एक्सपोर्ट एसोसिएशन और किसान नेताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में डीसी ने कृषि विभाग और किसान भलाई विभाग द्वारा पंजाब की फसल के लिए बैन किए गए 10 कीटनाशकों का प्रयोग ना करने की हिदायत दी है। डीसी सूदन ने कृषि विभाग को हिदायत की है कि बैन कीटनाशक का बासमती पर प्रयोग ना करते हुए कुछ नए कीटनाशक के बारे में किसानों को जागरुक किया जा सके। मुख्य कृषि अधिकारी जतिंदर सिंह गिल ने बताया कि बासमती एक ऐसी फसल है, जिसको अंतरराष्ट्रीय मंडी के जरिए अरब और यूरोप के अन्य देशों में एक्सपोर्ट किया जाता है। जिससे देश को विदेशी मुद्रा का लाभ होता है। बाहरी देशों में पंजाब राज्य, खास कर अमृतसर जिले में पैदा की जाने वाली बासमती की काफी अधिक डिमांड है। वातावरण बासमती के तैयार होते समय ठंडा रहता है। जिससे बासमती बेहतर होती है, लेकिन बासमती में बैन किए गए स्प्रे का प्रयोग करने से केमिकल टेस्ट में सैंपल फेल हो जाते हैं ।
2 महीनों के लिए पाबंदी
पंजाब सरकार ने बैन किए गए कीटनाशकों की बिक्री, भंडार और आवंटन पर 60 दिनों के लिए रोक लगाई है। किसानों से अपील की है कि बासमती की फसल में कीटनाशक स्प्रे करने से पहले माहिर व विशेषज्ञों से संपर्क कर लिया जाए।
बैन किए गए कीटनाशक
डिप्टी कमिश्नर सूदन ने बताया कि कृषि विभाग की तरफ से 10 तरह के कीटनाशक को बैन किया गया है। जिसमें एसीफेट, बुप्रोफेजिन, क्लोरपाइरीफास, मैथामीठोडास, प्रोपिकोनाजोल, बाइमथोकसम, प्रोफेनोफॉस, आइसोप्रोथिओलाने, कार्बेडाजिम और ट्राइसाइकलाजोल को बैन कर दिया गया है।
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