अमृतसर,1 अक्टूबर (राजन): किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने मुख्यमंत्री भगवंत मान का पुतला फूंका और विरोध प्रदर्शन किया।किसान “मुश्तरका मलकान” जमीनों के लिएबने कॉमन विलेज लैंड एक्ट 1961 में किए गए संशोधन का विरोध कर रहे हैं। किसानों का आरोप है कि सरकार इसमें संशोधन करके आने वाले समय में प्राइवेट बड़े घरानों को जमीन दे सकती है।किसान संघर्ष कमेटी ने गोल्डन गेट पर सुबह 11 बजे सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के नेता सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि पहले किसानों का गुस्सा सिर्फ केंद्र के खिलाफ था, लेकिन अब पंजाब सरकार भी उसी राह पर चल पड़ी है। सरकार ने कॉमन विलेज लैंड एक्ट 1961 में संशोधन कर दिया है। इसके अंतर्गत “मुश्तरका मलकान” जमीनों की मालिकी पंचायत को देने की तैयारी चल रही है।
सरकारें अपनी मर्जी से कर सकेंगी प्रयोग
किसानों का आरोप है कि गांवों में पंचायत उसी की बनती है, जिनकी सरकार प्रदेश में हो। ऐसे में अगर ” मुश्तरका मलकान” जमीनों का हक पंचायतों को मिल जाएगा तो वे सीधे तौर पर अपनी मनमर्जी करने लगेंगे। स्पष्ट है कि सरकारें इन्हें गांव के किसानों से छीनकर बड़े घरानों को देंगी, लेकिन यह किसान कभी मंजूर नहीं करेगा।
3 अक्टूबर को रोकी जाएंगी ट्रेनें
सरवण सिंह पंधेर ने जानकारी दी कि किसान 3 अक्टूबर को 4 घंटों के लिए ट्रैक पर बैठेंगे। पहले सिर्फ किसान केंद्र सरकार के बिजली संशोधन बिल के खिलाफ थे, लेकिन अब राज्य के लैंड एक्ट में किए गए बदवाल के भी खिलाफ हैं।
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