अमृतसर, 30 अक्टूबर (राजन):शहर में डेंगू का खतरा बढ़ रहा है। मरीजों की संख्या भी दिन प्रतिदिन बढ़ती चली जा रही है। अमृतसर के सरकारी आंकड़े तो कम आ रहे हैं किंतु प्राइवेट तौर पर डेंगू के मरीज अधिक है। डेंगू का टाइगर मच्छर तेजी से अनप रहा है। पहले सिविल सर्जन कार्यालय और नगर निगम की टीमें डेंगू लारवा रोकथाम के लिए जुटी रहती थी और लोगों के चालान भी काटे जाते थे। पंजाब भर में डेंगू का आंतक लगातार फैल रहा है।
पंजाब में शनिवार को आए 190 डेंगू के केस
पंजाब में शनिवार को डेंगू के 190 केस और सामने आए हैं। अब डेंगू मरीजों का कुल आंकड़ा 5 हजार के पास पहुंच गया है। आंकड़ों केअनुसार 37,539 सैंपलों में से अब तक 4,958 डेंगू केस आ चुके हैं, जबकि 5 मरीजों की मौत भी हो चुकी है। डेंगू का सबसे ज्यादा खतरा इन दिनों 5 जिलों मोहाली, रोपड़, पठानकोट, फतेहगढ़ साहिब व लुधियाना में बना हुआ है। मोहाली से अब तक सबसे ज्यादा 1,071 मरीज सामने आ चुके हैं। अकेले शनिवार को ही यहां 64 केस मिले हैं। पटियाला डेंगू के आंकड़ों में भले ही छठे स्थान पर है, लेकिन शनिवार को यहां भी 31 नए केस आने से यह जिला भी डेंगू की चपेट में आने लगा है। इधर, डेंगू के बढ़ते मरीजों को लेकर सेहत विभाग भी चौकस हो गया है।
मंत्री के आदेश: हॉट स्पॉट क्षेत्रों में डबल फॉगिंग की जाए
पंजाब के सेहत मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने स्वास्थ्य अधिकारियों को आदेश देते हुए कहा है कि हॉट स्पॉट वाले शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में डबल फोगिंग की जाए। लारवा फैलने से रोका जाए। उनकी लोगों से भी अपील है कि डेंगू के लारवा को पैदा करने वाली जगह कूलर, गमले, फ्रिज की ट्रे व खाली टायरों आदि को सप्ताह में जरूर साफ करें। सभी अस्पतालों में अलग डेंगू वार्ड स्थापित किए गए हैं।
नगर निगम लगातार करवा रहा फॉगिंग
नगर निगम मेडिकल ऑफिसर डॉ रमा ने बताया कि निगम लगातार अपने शेड्यूल के अनुसार फागिंग करवा रहा है। इसमें और भी आगे तेजी लाई जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में बड़ी मशीनों के साथ-साथ छोटी मशीनें भी भेजी जा रही है। उन्होंने बताया कि शिकायत आने पर उसी वक्त फागिंग मशीनें भेजी जाती है।
शहर के डेरो, स्कूल,कॉलेजों तथा अन्य बड़े-बड़े स्थलों पर भी फॉगिंग जारी है। अंदरून शहर के क्षेत्रों में नगर निगम द्वारा दवाइयों का भी छिड़काव किया जा रहा है। डॉ रमा ने बताया कि लोगों को जागरूक करने के लिए घरों घरों में पंफलेट भी बांटे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को भी सतर्क रहना चाहिए।
डेंगू का खतरा कब
जब बुखार 40 डिग्री सेल्सियस / 104 डिग्रीफारनहाइट हो,भयानक सरदर्द,आंख के पीछे दर्द,मांसपेशियों और जोड़ों का दर्द, जी मचलना,उल्टी,ग्रंथियों में सूजन,पेट में तेज दर्द,लगातार उल्टी,तेजी से साँस लेने गंभीर डेंगू होने पर ( डेंगू शुरू होने के लगभग 3-7 दिनों के बाद),मसूड़ों से खून बहना,थकान,बेचैनी,उल्टी में खून।
इस तरह कर सकते हैं डेंगू से बचाव
अपने रहने की जगह और उसके आस पास के के क्षेत्र में पूरी तरह सफाई का ध्यान रखना चाहिए। इस तरह मच्छरों को सरलता से दूर रखा जा सकता है।जिन बर्तनों का लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं होना हो उनमें रखे हुए पानी को नियमित रूप से बदलते रहें । गमलों के पानी को हर हफ्ते बदलते रहें। मेनहोल, सेप्टिक टैंक, रुकी हुई नालियों आदि जगहों को नियमित रूप से चेक करते रहें।मच्छरों से बचाव के लिए मच्छर से बचाव वाली क्रीम का उपयोग करें और सोने से पहले मच्छरदानी में सोने का प्रयास करें।
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