
अमृतसर, 17 जनवरी (राजन): भारत जोड़ो यात्रा के दौरान होशियारपुर में राहुल गांधी ने नवजोत सिद्धू को जेल से बाहर निकलते ही जिम्मेदारी सौंपने का इशारा किया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि सभी को कोई न कोई जिम्मेदारी दी जाएगी। राहुल ने जब ये बात कही, तब उनके एक तरफ पंजाब कांग्रेस के मौजूदा प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और दूसरी तरफ पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा बैठे थे।
पंजाब में कांग्रेस की हार का कारण एंटी-इनकंबेंसी
राहुल ने 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार का कारण एंटी-इनकंबेंसी को बताया। एक सवाल पर राहुल ने कहा कि तत्कालीन सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और
तत्कालीन पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू के बीच विवाद जैसा कुछ था ही नहीं। राहुल ने कहा कि जब भी एंटी-इनकंबेंसी होती है और जब जनता का प्रेश बनता है तो लीडरशिप में कमी आ ही जाती है। राहुल गांधी ने पंजाब में लगभग चार साल तक कांग्रेस की सरकार चलाने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह का नाम तो नहीं लिया लेकिन इशारों-इशारों में उनके वर्किंग स्टाइल पर सवाल जरूर उठा दिया। राहुल ने कहा कि पिछले चुनाव में कांग्रेस सरकार के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी थी।
सिद्धू बनाम अन्य जैसा कोई इशू आने वाले समय में नहीं होगा
राहुल ने यह दावा भी किया कि सिद्धू के जेल से बाहर आने के बाद उनका मौजूदा लीडरशिप से कोई विवाद नहीं होगा। राहुल ने कहा कि सिद्धू बनाम अन्य जैसा कोई इश्यू आने वाले समय में नहीं होगा। सभी एक साथ मिलकर चलेंगे।
कहा आप नहीं दे पाई पंजाब को विजन
आप सरकार के महज 10 महीने के कार्यकाल के बाद ही लगने लगा है कि लोगों के मन में कांग्रेस के प्रति जो नाराजगी थी, वह खत्म हो चुकी है। पंजाब में अगली सरकार कांग्रेस ही बनाएगी। राहुल गांधी ने कहा rआप पंजाब को विजन नहीं दे पाई है। राहुल गांधी ने आम आदमी पार्टी घेरते हुए कहा पंजाब में कभी ड्रग्स का इशू नहीं है। पंजाब में रोजगार बड़ा मुद्दा है। जब हम युवाओं को रोजागार देंगे तो यह खुद खत्म हो जाएगी।उन्हें पंजाब सरकार से शिकायत है। पंजाब के लोगों ने उन्हें मौका दिया, लेकिन सरकार पंजाबको विजन ही नहीं दे पा रही। उन्होंने यात्रा के दौरान आम जनता से पूछा, जिनमें कांग्रेसी नहीं थे, तो उनका कहना था कि उनकी एक्सपेक्टेशंस पूरी नहीं हुई। जो विजन आप ने दिखाया, वे पूरा नहीं कर पाए हैं।
कांग्रेस का फोकस हमेशा किसानों पर
राहुल गांधी ने इस दौरान किसानों की दिक्कतों को भी उठाया। देश में किसानों पर हमले हो रहे हैं। किसान जो देश का अन्नदाता है, उन्हें सुरक्षा मिली चाहिए। जब कांग्रेस की सरकार थी तो कर्जा माफ हुआ। लेकिन कांग्रेस ने भी जो किया, कम किया। इस यात्रा में पता चला कि एग्रीकल्चर एक बहुत बड़ी बेल्ट है। अगर कांग्रेस की सरकार आती है तो किसानों पर फोकस रहेगा। किसानों को मिनिमम गारंटी मिलेगी। किसानों को तकनीक दी जाएगी। एग्रीकल्चर में रोजगार उपलब्ध करवाए जाएंगे।
1984 पर कांग्रेस दे चुकी है जवाब
पंजाब में अकाली दल राहुल गांधी की यात्रा पर सवाल खड़े कर रहे हैं और 1984 के लिए माफी मांगने को बोल रहे हैं। इस पर राहुल गांधी ने स्पष्ट किया कि संसद में पूर्व मुख्यमंत्री मनमोहन सिंह और पार्टी प्रधान सोनिया गांधी इस मुद्दे परअपना पक्ष स्पष्ट कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि मेरे अंदर सिखों और पंजाबियों के लिए बेहद मोहब्बत हैं।
एसवाईएल मुद्दे पर टिप्पणी देने से किया इनकार
राहुल गांधी ने पंजाब के ज्वलंत मुद्दे एसवाईएल पर जवाब देने से मना कर दिया। उनका कहना था कि यह एक सैंसिटिव मुद्दा है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में वह इसका जवाब नहीं दे सकते। यह सवाल मुद्देको भटकाने के लिए पूछा गया है।
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