फायरिंग रेंज बना युवाओं को हथियार चलाने की दी जा रही थी ट्रेनिंग

अमृतसर,24 मार्च )राजन): वारिस पंजाब दे के चीफ खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के बारे में पुलिस की जांच में नया खुलासा हुआ है। अमृतपाल पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आई एस आई के इशारे पर काम कर रहा है। यहां तक कि उसका दुबई से पंजाब आने से लेकर नशा छुड़ाओ केंद्र खोलने तक सब आई एस आई का प्लान था। अब भी फरारी में आई एस आई के एजेंट गुपचुप तरीके से उसे सिक्योरिटी दे रहे हैं। उसने जल्लूपुर खेड़ा में फायरिंग रेंज बनाई। जिसमें युवाओं को हथियार चलाने की ट्रेनिंग देनेके लिए पूर्व सैनिक रखे थे। ये वे सैनिक थे, जिन्हें बुरे बर्ताव के कारण सेना से निकाल दिया गया। अमृतपाल के गनमैन तजिंदर के मोबाइल से ट्रेडिंग देने की वीडियो भी सामने आई है।
ट्रेनिंग देने वाले 2 पूर्व फौजियों की पहचान
पुलिस ने ट्रेनिंग देने के केस में 2 पूर्व सैनिकों 19 सिख बटालियन से रिटायर्ड वरिंदर सिंह और थर्ड आर्ल्ड पंजाब के तलविंदर की पहचान की। पुलिस ने दोनों के आर्म्स लाइसेंस रद कर दिए हैं। पुलिस जांच के मुताबिक अमृतपाल ने.पंजाब आते ही ऐसे विवादित पूर्व सैनिकों को.ढूंढना शुरू कर दिया। उनके पास पहले ही आर्म्स लाइसेंस होता है, ऐसे में उनके जरिए ट्रेनिंग दिलवानी आसान रहती।
अमृतपाल कुरुक्षेत्र के पिपली बस स्टैंड पर नजर आया
वहीं पुलिस सूत्रों से मिली नई सीसीटीवी फुटेज में अमृतपाल शाहाबाद के बाद अब कुरुक्षेत्र के पिपली बस स्टैंड पर नजर आया है। जिसमें वह पपलप्रीत के साथ छाता लेकर जाता नजर आ रहा है। यहां से उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के लिए बसें जाती हैं। अमृतपाल के अब उत्तराखंड के रास्ते नेपाल भागने का शक है। इसके लिए उत्तराखंड में हाई अलर्ट और नेपाल बॉर्डर पर मुस्तैदी बढ़ा दी गई है।
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