65 हजार स्ट्रीट लाइटे जगमगा रही
अमृतसर, 8 नवंबर(राजन):स्ट्रीट लाइट महत्वपूर्ण बुनियादी सेवा है जो मुख्य सड़कों को छोड़कर हर गली, मोहल्ले में आवश्यक है क्योंकि स्ट्रीट लाइट की अनुपस्थिति ने अंधेरे का फायदा उठा कर चोरी को अंजाम दिया जाता है ।अंधेरे के कारण सड़कों पर गड्ढे दिखाई नहीं देते हैं और दुर्घटना होने का खतरा रहता है।
मेयर करमजीत सिंह रिंटू ने कहा कि वर्तमान नगर निगम हाउस में आने से पहले, शहर की मुख्य सड़कें, गलियां, मोहल्ले मे स्ट्रीट लाइटिंग की व्यवस्था बहुत खराब थी और कुछ क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइट पॉइंट नहीं थे।2017-18 में वर्तमान निगम हाउस के अस्तित्व में आने के बाद से स्मार्ट सिटी के तहत शहर का पहले सर्वेक्षण जिसके मद्देनजर आज लगभग 35 करोड़ रुपये की लागत से 65 हजार स्ट्रीट लाइट प्वाइंट लगाए गए। शहर की सड़कों और गलियों में रात में ‘दूधिया रोशनी’ के साथ जगमगा दी जाती है। मेयर रिंटू ने कहा कि शहर के विभिन्न वार्डों में कुछ पॉइंटो का पता लगाना अभी बाकी है।इसके अलावा, पार्षदों को भी इन पॉइंटो को चालू करने के लिए कहा गया था।
मेयर ने यह भी बताया कि वर्तमान में अमृतसर नगर सुधार ट्रस्ट के अंतर्गत आने वाली सड़कें भी शामिल हैं। जिसमे रंजीत एवेन्यू के सी.डी.ई. ब्लॉक, जिला शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, रेस कोर्स रोड, सर्कुलर रोड, कचहरी चौक से त्रिकोण रोड मजीठा रोड, मकबूल रोड, शिवाला रोड, माल मंडी, श्री दरबार साहिब तक घीओ मंडी से बाजार पेटिया तक और जलियांवाला बाग आदि को नगर निगम संभालने जा रहा है। उन्होंने कहा कि बाकी बुनियादी ढांचा नगर निगम की जिम्मेदारी है।
नगर निगम ने अब इन क्षेत्रों में भी स्ट्रीट लाइट की सुविधा उपलब्ध कराने का जिम्मा उठाया है।जल्द ही कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद, इन क्षेत्रों को दूधिया रोशनी से भी रोशन किया जाएगा। मेयर ने कहा कि बी.आर.टी.एस. नगर निगम को सड़क में स्ट्रीट लाइट प्वाइंट्स का अधिकार भी है। बीआरटीएस रूट भी सही होगा। पहले इस रूट की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी के पास थीं है। उन्होंने कहा कि लोग रात में खरीदारी करने जा रहे हैं। तो शहर में रोशनी के साथ शहरवासी इसका पूरा फायदा उठाएं। मेयर ने कहा कि नई स्ट्रीट लाइट्स को बनाए रखने के लिए एक शिकायत कक्ष स्थापित किया जा रहा है। जिसके तहत शहरवासियों द्वारा स्ट्रीट लाइट के संबंध में की गई शिकायतों पर त्वरित होगी।
स्मार्ट सिटी एलइडी स्ट्रीट लाइट प्रोजेक्ट का शेष बचा कार्य
स्मार्ट सिटी एलइडी स्ट्रीट लाइट प्रोजेक्ट का कार्य कुछ बचा हुआ है। जिसमें वार्ड नंबर 1 का उद्घाटन होना तथा शहर की 6 वार्डों में अभी कार्य चल रहा है। ठेका लेने वाली कंपनी दोबारा 1200 सीसी एमएस बॉक्स लगाए जाने हैं जिनमें लगभग 300 बॉक्स अभी लगने हैं इसके साथ साथ इन बॉक्सो पोलो को अर्थ भी किए जाना है। निगम के मुख्य कार्यालय में लटकी स्क्रीन पर डिस्प्ले को भी जारी करना है। जिससे पता चलेगा कि किन-किन क्षेत्रों में लाइट चल रही है और किन-किन क्षेत्रों में लाइट बंद है। कंपनी द्वारा स्ट्रीट लाइट्स के बिजली के मीटर भी लगाने हैं। कंपनी द्वारा मेंटेनेंस करने के लिए एक अलग से शिकायत कंट्रोल रूम भी शुरू किए जाना है। सबसे महत्वपूर्ण इस प्रोजेक्ट की डीपीआर मे सर्वेक्षण करने के दौरान कम पॉइंट रखे गए थे। इनमें से 10% पॉइंट और भी मंगवा लिए गए हैं तथा 25% और पॉइंट लगाने के लिए लगभग 7.28 करोड रुपए का पिछली वित्त एंड ठेका कमेटी की मीटिंग में मंजूरी दी गई थी। उसका अभी वर्क आर्डर जारी नहीं किया गया है। कमेटी के सदस्य डिप्टी मेयर यूनुस कुमार द्वारा इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर नहीं किए गए हैं जबकि निगम अधिकारी कहते हैं कि एक सदस्य को छोड़कर बाकी के सदस्यों के हस्ताक्षर होने से प्रस्ताव मंजूर माना जाता है। इसको लेकर डिप्टी मेयर यूनस कुमार द्वारा शिकायत भी भेजी हुई है।