अमृतसर जिले को हरा-भरा बनाने के लिए 10 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया
राज्य में वर्ष 2030 तक वनों का क्षेत्रफल 7.5 प्रतिशत तक बढ़ाने की नई पहल
अमृतसर, 22 जून : चालू वित्त वर्ष के दौरान, राज्य सरकार ने वन विभाग पंजाब मानसून सीजन के दौरान राज्य भर में 2.5 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है और इस संबंध में, वन विभाग ने नर्सरी तैयार की है और मानसून सीजन के दौरान विभिन्न क्षेत्र पर खाली स्थानों पर वृक्षारोपण के लिए विभाग द्वारा पौधे उपलब्ध कराये जायेंगे।इस संबंध में जिले के सभी विभागों के प्रमुखों के साथ एक बैठक में वन विभाग के वित्त कमिश्नर कृष्ण कुमार ने कहा कि पंजाब में वनों का क्षेत्रफल घटकर 5.92 प्रतिशत रह गया है और पर्यावरण में सुधार के लिए वनों का क्षेत्रफल में 2030 तक राज्य के पेड़ और जंगल 7.5 प्रतिशत हो जाएंगे। प्रतिशत बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा एक नई पहल शुरू की गई है।
वन भूमि के अलावा गैर वन भूमि पर भी बड़े पैमाने पर पौधे लगाये जायेंगे
कृष्ण कुमार ने कहा कि वन भूमि के अलावा गैर वन भूमि पर भी बड़े पैमाने पर पौधे लगाये जायेंगे और इस कार्य में पंचायत क्षेत्रों की प्रमुख भूमिका होगी।उन्होंने कहा कि पंचायतें सोचती हैं कि पंचायती जमीन पर पौधे लगाने से उनकी जमीन वनों के अंतर्गत आ जाएगी और उन्हें इस जमीन से पेड़ काटने पर रोक लग जाएगी, जिसके कारण वे पंचायत की जमीन पर पौधे लगाने से कतराते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि पंचायत भूमि तथा वृक्षारोपण क्षेत्र पर वन विभाग द्वारा किसी भी वन कानून के तहत वृक्षारोपण का कोई प्रयास नहीं किया जाएगा तथा लगाए गए पौधों को काटते समय वन विभाग द्वारा कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में पंचायतों द्वारा क्षेत्र से काटे गए पेड़ों से होने वाली आय पर पंचायतें पूरी तरह हकदार होंगी।
रोपे गए पौधों पर स्कूल का पूरा अधिकार होगा
कृष्ण कुमार ने स्पष्ट किया कि इसी प्रकार स्कूलों में लगे पेड़ों को जरूरत पड़ने पर स्कूल विभाग द्वारा काटा भी जा सकता है और इस संबंध में वन विभाग से एन.ओ.सी. लेने की भी नहीं जरूरत होगी । उन्होंने कहा कि इन रोपे गए पौधों पर स्कूल का पूरा अधिकार होगा।बैठक को संबोधित करते हुए कृष्ण कुमार ने कहा कि अमृतसर जिले को हरा-भरा बनाने के लिए विभिन्न स्थानों पर पौधारोपण करने के लिए 10 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इन पौधों से पर्यावरण स्वच्छ रहेगा और भविष्य में गर्मी से राहत मिल कर जीवन को खुशहाल बनाया जा सकेगा। उन्होंने इस संबंध में अधिकारियों को जिले और बीएसएफ में अधिक से अधिक पौधे लगाने के निर्देश दिए। समर्थन भी लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि सभी विभाग अपने-अपने रिक्त स्थानों को पौधारोपण के लिए चिन्हित कर लें तथा आवश्यकतानुसार वन विभाग से पौधे प्राप्त कर लें।
जिले में महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत वृक्षारोपण किया जा सके
कृष्ण कुमार ने जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी संदीप मल्होत्रा को अपने विभाग से संबंधित प्रत्येक रिक्त स्थान अर्थात सरकारी भवन, अस्पताल, स्कूल, पंचायत भूमि, सड़क किनारे की पहचान करने को कहा, जिस पर जिले में महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत वृक्षारोपण किया जा सके। उन्हें जरूरत के मुताबिक पौधे उपलब्ध कराए जा सकें, इसके लिए आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि कार्य केवल पौधारोपण तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए बल्कि उनकी देखभाल करना भी हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए आगे आना हमारा प्राथमिक कर्तव्य है ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने कहा कि सड़क किनारे जमीनों के किनारे लगाए गए पौधों को बचाने में पूरा सहयोग दें। इससे मैग्नरेगा योजना के तहत जॉब कार्ड धारकों को अधिक से अधिक रोजगार मिलेगा। इस बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त निकास कुमार, एस.डी.एम. अरविन्दर पाल सिंह, मनकंवल सिंह चहल, वीन्द्र सिंह अरोरा, संरक्षक प्रभागीय अधिकारी वन विभाग एसके सागर, सिविल सर्जन डाॅ. सुमित सिंह, एक्सीएन नहर विभाग कुलविंदर सिंह, एक्सीएन पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सुखदेव सिंह, जिला वन अधिकारी अमनित सिंह, एक्सीएन पीडब्ल्यूडी इंद्रजीत सिंह, प्रिंसिपल आईटीआई कैप्टन संजीव शर्मा के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
‘अमृतसर न्यूज़ अपडेटस” की व्हाट्सएप पर खबर पढ़ने के लिए ग्रुप ज्वाइन करें
https://chat.whatsapp.com/D2aYY6rRIcJI0zIJlCcgvG
‘अमृतसर न्यूज़ अपडेटस” की खबर पढ़ने के लिए ट्विटर हैंडल को फॉलो करें