ओ एंड एम विभाग के 8 ट्रैक्टर किए कंडम शेष 10 ट्रैक्टर को सप्ताह में मिलेगा 28 लीटर डीजल
सेहत विभाग की गाड़ियों के डीजल संबंधी लॉग बुक मेंटेन रखनी होगी
डिस्पोजेबल प्लांटों के जनरेटरो का सीधे तौर पर किया डीजल बंद
ड्राइवर ही चलाएंगे गाड़ियां
अमृतसर,11 फरवरी (राजन): नगर निगम का प्रतिमाह लाखों रुपया खर्चा डीजल की खपत पर आता है।डीजल की कम खपत आए इसके लिए मेयर करमजीत सिंह रिंटू तथा निगम कमिश्नर कोमल मित्तल पिछले लंबे समय से प्रयासरत हैं। आज मेयर करमजीत सिंह रिंटू ने नगर निगम के ओ एंड एम विभाग के एसई अनुराग महाजन, एक्सईएन,एसडीओ तथा जेई एवं निगम के सेहत अफसर डॉ अजय कवर,डॉ योगेश अरोड़ा तथा चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टरों के साथ मीटिंग करके डीजल की बचत के लिए निर्देश जारी किए गए।
मेयर रिंटू ने ओ एंड एम विभाग के 18 ट्रैक्टरो मे 15 वर्ष से पुराने आठ ट्रैक्टरों को कंडम घोषित कर दिया गया तथा अब 10 ट्रैक्टर ही सक्शन पंप तथा पानी के टैंकर लेकर जाएंगे। ट्रैक्टरों को पहले सप्ताह के 6 दिन 14- 14 लीटर डीजल मिलता था। अब इन 10 ट्रैक्टरों को सप्ताह में मात्र 2 दिन ही 14- 14 लीटर डीजल मिलेगा। प्रत्येक जोन को दो-दो ट्रैक्टर अलाट कर दिए जाएंगे। विभाग की तीन बड़ी तथा दो छोटी जेट्टिंग मशीनों का भी प्रतिदिन का डीजल 5-5 लीटर कम कर दिया गया है ।इसके अलावा स्मार्ट सिटी मिशन के तहत नगर निगम को मिली 10 गरेव वकट मशीने भी प्रत्येक जोन में 2-2 अलॉट कर दी गई है ।
मेयर रिंटू ने मीटिंग में जारी किए गए निर्देशों के अनुसार सेहत विभाग की सभी गाड़ियों के तेल की खपत इन इन गाड़ियों की लॉग बुक पूरी तरह से मेंटेन रखी जाएगी ।
मेयर रिंटू ने बड़ा निर्णय लेते हुए शहर के 14 डिस्पोजेबल प्लांटों पर नगर निगम के लगे जनरेटरो के लिए सीधे तौर पर डीजल सप्लाई बंद कर दी गई है । निर्णय लिया गया कि इन जरनेटर सेटों पर लगी बैटरियो को चार्ज करने के लिए तुरंत चार्ज लगाए जाएंगे । इसके अतिरिक्त नगर निगम के जोन कार्यलयो अन्य क्षेत्रों में लगे जनरेटर सेटो के लिए भी सीधे तौर पर डीजल की सप्लाई नहीं होगी । जनरेटरो की लॉग बुक के साथ-साथ पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन लिमिटेड का भी रजिस्टर मेंटेन रखना होगा। रजिस्टर में पावर कॉम की सप्लाई कब बंद हुई और कब शुरू हुई का पूरा ब्यौरा दर्ज होंगे । बड़े जनरेटर की डीजल सप्लाई के लिए क्षेत्र के एक्सियन से परमिशन लेनी होगी। इसके इलावा इमरजेंसी अर्जेंसी जरूरत पड़ने पर एक्सईएन की परमिशन के उपरांत ही तेल जारी किया जाएगा । मीटिंग में यह भी निर्णय लिया गया कि ड्राइवर ही नगर निगम के प्रत्येक वाहन को चला पाएंगे। इसकी बकायदा तौर पर जांच होती रहेगी ।