अमृतसर, 18 अक्टूबर : पंजाब के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 40 लाख विद्यार्थियों में से यदि उच्च कक्षाओं के 10 लाख विद्यार्थियों को वेक्टर जनित बीमारियों के बारे में जागरूक किया जाए, तो मच्छर जनित बीमारियाँ जैसे डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया और डायरिया हो सकता है, को रोका जा सकता है यह बात पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने छेहर्टा स्थित स्कूल ऑफ एमिनेंस में स्वास्थ्य विभाग अमृतसर द्वारा आयोजित ‘हर शुक्रवार-डेंगू ते वार’ अभियान के दौरान कही। इस दौरान एडीसी अमित सरीन, सिविल सर्जन डॉ. किरणदीप कौर व अन्य विभागों के अधिकारियों ने फूलों का गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया। इस दौरान हलका विधायक डॉ. जसबीर सिंह उनके साथ मौजूद रहे।इस दौरान स्कूली बच्चों को संबोधित करते हुए डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग स्वास्थ्य शिक्षा को विद्यार्थियों की शिक्षा का हिस्सा बनाने जा रहा है। जिस पर तेजी से काम चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा पंजाब के सभी सरकारी स्कूलों में स्वास्थ्य शिक्षा, जीवन कौशल और प्राथमिक चिकित्सा से संबंधित बुनियादी शिक्षा पढ़ाई जाएगी। जिससे छात्रों को पता चल जाएगा कि अस्पताल पहुंचने से पहले मरीज का इलाज कैसे करना है ताकि मरीज की जान बचाई जा सके।
डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए हम छात्रों की फौज तैयार करेंगे
डॉ बलबीर सिंह ने कहा कि डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों से बचाव के लिए छात्रों की फौज तैयार की जाएगी।इससे हर घर, हर गली, हर मोहल्ले तक हमारी बात पहुंचेगी। यह एक लंबा दृष्टिकोण है लेकिन अन्य विभागों के सहयोग से हम इसे सुचारू रूप से करने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व और आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के विजन के तहत छात्रों को इस अभियान से जोड़ा जा रहा है क्योंकि शिक्षा ही एकमात्र ऐसा माध्यम है जिसके माध्यम से स्थायी प्रभाव देखने को मिलता है और यह स्थायी होता है। उन्होंने कहा कि डेंगू की रोकथाम के लिए पहली बार बहु-क्षेत्रीय दृष्टिकोण अपनाया जा रहा है। जिसमें स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ नगर निगम, ग्रामीण विकास, जल एवं स्वच्छता, पालन विभाग आदि विभाग की साझेदारी से जल जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए काम किया जाएगा।पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ने बच्चों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि जिस बच्चे को लार्वा मिले उसे स्कूल की ओर से एक नंबर और दिया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि घर से डेंगू के लार्वा को दूर करने, जमा पानी, फ्रिज के पीछे की ट्रे, कूलर आदि को साफ रखने के लिए शुक्रवार को एक घंटा समय दिया जाए। उन्होंने कहा कि अगर डेंगू के मरीज मिलते हैं तो उनके लिए सरकार की ओर से आम आदमी क्लिनिक में दवाएं और जांचें मुफ्त हैं।वे इसके इलाज के लिए जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज की सुविधा भी ले सकते हैं। उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे लोगों को डेंगू के बारे में बताएं और जिस क्षेत्र में उनकी तैनाती है।उस क्षेत्र को डेंगू से मुक्त बनाएं और उन्हें उचित सम्मान दिया जाएगा।इसी प्रकार उन्होंने नर्सिंग विद्यार्थियों को भी प्रेरित किया। इस दौरान उन्होंने डेंगू से निजात पाने के लिए फॉगिंग गाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।स्कूल ऑफ एमिनेंस के विद्यार्थियों ने डेंगू से संबंधित नाटक प्रस्तुत कर डेंगू को खत्म करने के लिए प्रेरित किया।
खालसा कॉलेज और गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी का भी दौरा किया
इसके बाद उन्होंने खालसा कॉलेज और गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी का भी दौरा किया और उपस्थित स्टाफ को हर शुक्रवार को डेंगू ते वार अभियान में शामिल होने का निमंत्रण देते हुए पूरे राज्य को डेंगू मुक्त बनाने की अपील की। इस अवसर पर सहायक सिविल सर्जन डॉ. राजिंदरपाल कौर, जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी हरभगवंत सिंह, डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डॉ.गुरमीत कौर, जिला परिवार कल्याण अधिकारी नीलम भगत, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जसपाल सिंह, जिला टीकाकरण अधिकारी भारती धवन, जिला महामारी विशेषज्ञ डाॅ. हरजोत कौर, नगर निगम मेडिकल अधिकारी डॉ रमा, प्रिंसिपल मनमीत कौर, डीएमईआईओ अमरदीप सिंह, डाॅ. राघव गुप्ता आदि मौजूद रहे।
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