
अमृतसर, 1 जनवरी :राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, पंजाब ने टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत 100 दिवसीय विशेष अभियान शुरू किया है। इस अभियान को “जन-जन का रखें ध्यान-टीबी मुक्त भारत अभियान और सबका साथ-तो टीबी को देंगे मात ” के नारे के तहत गांव स्तर तक ले जाया जाएगा।यह घोषणा करते हुए डिप्टी कमिश्नर अमृतसर साक्षी साहनी ने कहा कि खांसी टीबी का एकमात्र लक्षण नहीं है, अगर आपको कफ के साथ खांसी, मल में खून, बुखार, सीने में दर्द, शारीरिक परिवर्तन, वजन कम होना, रात को पसीना आना, पुरानी बीमारी है तो टीबी का इलाज कराएं। यदि आप बीमार या थका हुआ महसूस कर रहे हैं, तो उन्हें अनदेखा न करें। उन्होंने कहा कि हम सभी का कर्तव्य है कि हम समर्पित मित्र बनकर टीबी मरीजों की मदद करें।
जिला प्रशासन ने खुराक के लिए 1700 टीबी रोगियों को गोद लिया
उल्लेखनीय है कि इस अभियान के तहत जिला प्रशासन ने 1700 टीबी रोगियों को भोजन उपलब्ध करवाने के लिए गोद लिया है, जिनमें से 100 टीबी रोगियों को जिला प्रशासन के अधिकारियों ने गोद भी लिया है तथा उनका सारा खर्च भी इन अधिकारियों ने अपनी जेब से उठाया है से खर्च होगा उल्लेखनीय है कि उपायुक्त द्वारा 10 मरीजों को गोद लिया गया है। इसके अलावा प्रशासन के अन्य अधिकारी भी टीबी मरीजों को गोद ले रहे हैं ताकि जिले को टीबी मुक्त बनाया जा सके।
टीवी को पूरी तरह से खत्म करने का अमृतसर देश का पहला जिला पूरा चाहिए
डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने कहा कि हर टीबी मरीज का रिकॉर्ड रखा जाएगा और हर जरूरतमंद मरीज को विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार सही खुराक दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जो मरीज आर्थिक तंगी के कारण उचित भोजन नहीं ले रहे हैं, उन्हें जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न व्यापारिक प्रतिष्ठानों, रेडक्रॉस, धार्मिक संस्थाओं एवं दानदाताओं के सहयोग से प्रतिमाह भोजन उपलब्ध कराया जाना चाहिए।डीसी साहनी ने कहा कि अमृतसर देश का पहला जिला होना चाहिए, जहां से टीबी को पूरी तरह से खत्म किया जाए और इसके लिए जो भी समय, संसाधन, धन और ऊर्जा की आवश्यकता होगी, हम उसे लगाएंगे। उन्होंने जिले में 5,000 से अधिक मरीजों की उनके निवास स्थान के अनुसार मैपिंग करने के भी निर्देश दिए ताकि उनके क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए आशा कार्यकर्ताओं या अन्य कर्मचारियों को ऐसे मरीजों को दवा और भोजन उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी सौंपी जा सके।
जिला प्रशासन ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर 9056454988, 01832422155
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि ऐसी व्यवस्था और साधन स्थापित किए जाएं जिससे हर मरीज को प्रतिदिन दो बार उसके मोबाइल पर दवा लेने का संदेश मिले और इसके अलावा जब उसकी खुराक या दवा खत्म हो जाए तो उसे एक हेल्पलाइन नंबर दिया जाए जिस पर वह फोन कर सके। मदद पाने के लिए कॉल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जेल में बंद कैदियों में टीबी रोगियों की पहचान कर उनका उपचार भी सुनिश्चित किया जाएगा। डिप्टी कमिश्नर ने अमृतसर के निवासियों से इस नेक काम के लिए आगे आने की अपील की। उन्होंने कहा कि लोगों को टीबी रोगियों को उनके जन्मदिन, शादी की सालगिरह आदि पर गोद लेना चाहिए तथा जरूरतमंद रोगियों के लिए भोजन और दवा की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि ये दिन यादगार बन सकें। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने टीबी मरीजों के लिए हेल्पलाइन नंबर 0183-2422155 तथा मोबाइल नंबर 9056454988 जारी किया है। उन्होंने लोगों से टीबी रोगियों को गोद लेने की अपील की। वे इस नेक कार्य के लिए उपलब्ध कराई गई हेल्पलाइन पर संपर्क कर सकते हैं और निक्षय पोर्टल पर पंजीकरण कराकर भी जरूरतमंदों की मदद कर सकते हैं।
” अमृतसर न्यूज अपडेट्स ” की खबर व्हाट्सएप पर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करके व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करें
Amritsar News Latest Amritsar News